भारिप बहुजन महासंघ (बीबीएम) के अध्यक्ष और भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने गुरुवार को कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह चुनाव आयोग के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
यवतमाल में एक रैली को संबोधित करते हुए आंबेडकर ने चुनाव आयोग को पक्षपातपूर्ण बताया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आयोग द्वारा राजनीतिक पार्टियों को पुलवामा आतंकी हमले पर बात न करने का निर्देश देने के प्रति नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा, ‘मैं यह जानना चाहता हूं कि हमें पुलवामा आतंकी हमले के बारे में बात करने की इजाजत क्यों नहीं है जबकि संविधान इसकी इजाजत देता है।’
प्रकाश ने चुनाव आयुक्त को देख लेने की धमकी देते हुए कहा, ‘यदि हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो हम चुनाव आयुक्त को देख लेंगे। हम उन्हें दो दिनों के लिए जेल में रखेंगे। आयोग अब निष्पक्ष नहीं है। वह भाजपा के सहयोगी के तौर पर काम कर रहा है।’
प्रकाश आंबेडकर सोलापुर और अकोला लोकसभा सीट से वंचित बहुजन अघाड़ी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं जोकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, भारिप बहुजन संघ और जनता दल सेक्युलर का महाराष्ट्र के लिए किया गया गठबंधन है।
17वीं लोकसभा के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में चुनाव होंगे। 23 मई को नतीजे आएंगे।
इससे पहले प्रकाश आंबेकडर ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि हमने कांग्रेस को एक फॉर्मूला सुझाया था लेकिन उसने स्वीकार नहीं किया। इसलिए उसके साथ गठबंधन नहीं करेंगे।