लखनऊ: प्रतापगढ़ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद मौर्य ने आज सपा की सदस्यता की ग्रहण। सपा में वे कहा तक सफल हो पाते है, यह तो समय बताएगा लेकिन यह तो तय है की वहाँ पर भी इनकी दाल गलने वाली नही है क्योकि प्रतापगढ़ में सपा में राजाभैया की ही चलती है। राजा भैया के आगे प्रतापगढ़ मे किसी भी राजनीतिक दल या राजनीतियज्ञ का कद जैसा का तस रहने वाला है। वेगेर राजा के इशारे से सपा में किसी की भी दाल गलने वाली नही है।
प्रमोद को स्वामी व उनकी पत्नी ने पाला पोसा है। उनके के नाम व सोहरत के बलपर तीन बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पहुँचे उन्ही के बल पर अपनी राजनीतिक जीवन को शक्तिशाली बनाया आज स्वमी प्रसाद को बाय-बाय कहने वाले प्रमोद मौर्य को अति महत्वाकांक्षी के रूप में लोग देखते है। तभी तो मायावती के अनबन के बाद पार्टी छोड़ने वाले स्वमी प्रसाद के बीजेपी से जुड़ने के बाद प्रमोद ने जहां अपनी बीजेपी में जमीन तलाशने की कोशिश किया।
वहां दाल न गलती देख अपना दल से विधानसभा का टिकट लेकर चुनाव लड़ा, बुरी तरह से पराजित होने के बाद अपने राजनीतिक जीवन को सफल बनाने के लिए आज सपा का दामन थाम कर यह जता दिया कि राजनीति में कोई किसी का सगा नही होता है।
@शाश्वत तिवारी