नई दिल्ली – आम आदमी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई की नेता अंजलि दमानिया ने पीएसी से निकाले गए पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अरविंद केजरीवाल खेमे की मानी जाने वाली दमानिया ने शनिवार को दावा किया कि प्रशांत चाहते थे कि पार्टी दिल्ली चुनाव में हार जाए।
यही नहीं, चुनाव से पहले जब पार्टी को चंदे की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब भी प्रशांत ने दान दाताओं को हतोत्साहित किया। दमानिया के मुताबिक, ‘27 जनवरी को मैं प्रशांत भूषण से उनके दफ्तर में मिली थी। मैं तब हैरान रह गई, जब उन्होंने पार्टी के दिल्ली चुनाव में हार जाने की अपनी इच्छा बताई। मैं इससे परेशान हो गई, मैंने तुरंत अपना बैग उठाया और वहां से चली गई।’
‘आप’ में अंदर से उठ रही आवाजों के बीच आरएसएस ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्ध हो गया है कि यह पार्टी किसी भी अन्य ‘आम’ पार्टी से भी बदतर साबित हुई है। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि दरअसल दिल्ली का शासन केजरीवाल मंडली के अधीन है, जिसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई जा सकती।
केजरीवाल की अनुपस्थिति में आप की पीएसी से बाहर किए गए योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के नेतृत्व में चले घटनाक्रम पर आरएसएस ने मोर्चा खोल दिया है। आरएसएस के मुखपत्र आर्गनाइजर में कहा गया है कि आप को वोट देने वाले दिल्ली के मतदाता और एनआरआई कुंठित हो रहे हैं। यह सोशल मीडिया के ट्रेंड से स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है।
इसके साथ ही आरएसएस के हिंदी मुखपत्र पांचजन्य में भी आप के आंतरिक लोकतंत्र पर निशाना साधा गया है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री केजरीवाल इलाज के लिए बंगलूरू के जिंदल प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान में बृहस्पतिवार को 10 दिन के लिए भर्ती हुए हैं। दरअसल केजरीवाल अपनी पुरानी खांसी और अनियंत्रित शुगर के स्तर से परेशान हैं।