प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘कांग्रेस मजबूत विपक्ष के लिए जिस विचार और विस्तार का प्रतिनिधित्व करती है, वह महत्वपूर्ण है, लेकिन विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसदी चुनाव हारती हो। लोकतांत्रिक तरीके से विपक्षी नेतृत्व को तय करने दें।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी पर एक बार फिर से जुबानी हमला किया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र है ही नहीं। अगर पार्टी को बचाना है तो गांधी परिवार से बाहर के किसी नेता को लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष चुनें।
उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के कांग्रेस के बिना भी भाजपा विरोधी मोर्चा बनाना संभव है।
एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा है कि एक ट्वीट और कैंडल मार्च के जरिए आप भाजपा को कभी नहीं हरा सकते हैं। भाजपा काफी मजबूत हो चुकी है। मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को हराने के लिए आपको मजबूत रणनीति बनानी होगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 1984 के बाद कांग्रेस को अकेले अपने दम पर एक भी लोकसभा चुनाव में जीत नहीं मिली है। बीते दस साल में कांग्रेस को 90 फीसदी चुनावों में करारी हार मिली है। कांग्रेस नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह सभी लोगों की सुनते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्हें पता है कि आखिर लोगों की जरूरत क्या है।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अगले कुछ दशकों तक भाजपा के इर्द-गिर्द ही देश की राजनीति घूमेगी।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘कांग्रेस मजबूत विपक्ष के लिए जिस विचार और विस्तार का प्रतिनिधित्व करती है, वह महत्वपूर्ण है, लेकिन विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसदी चुनाव हारती हो। लोकतांत्रिक तरीके से विपक्षी नेतृत्व को तय करने दें।