लखनऊ: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग यूपी द्वारा ‘एक जनपद एक उत्पाद समिट’ का तीन दिवसीय आयोजन लखनऊ के इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान में किया गया। कार्यक्रम के प्रथम दिन आयोजित का भव्य ‘उदघाटन समारोह’ में भारत के राष्ट्रपति ‘रामनाथ कोविन्द’ मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित थे, साथ में प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक और प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
11:37 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कार्यक्रम स्थल, ज्यूपिटर हाल में प्रवेश किया, मंच पर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। परम्परानुसार राष्ट्रपति के आने पर सर्वप्रथम ‘राष्ट्रगान’ हुआ, इसके उपरान्त राष्ट्रपति ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। स्वागत भाषण के लिए आयोजक विभागीय मंत्री सत्यदेव पचौरी को अवसर मिला। उन्होंने ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के बारे में बताते हुए इसकी सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री को दिया। साथ ही उन्हों मुख्यसचिव सहित विभाग के अधिकारियों की भी प्रशंशा की। इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर की काष्ठकला का नमूना ‘गीता का उपदेश’ देते वासुदेव श्रीकृष्ण की काष्ठ मूर्ति भेंटकर राष्ट्रपति का स्वागत किया।
जैसा कि कार्यक्रम था अब राष्ट्रपति महोदय के हाथों से 75 जनपदों के लाभार्थियों को 1000 करोड़ का ऋण वितरित किया जाना था, उससे पहले कई कम्पनियों जैसे ‘अमेजन’ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज आदि ने सरकार की और से मुख्यसचिव एवं अन्य अधिकारियों के साथ एमओयू हस्ताक्षरित कर आदान प्रदान किया।
इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद आज शुक्रवार सुबह 09:30 बजे राजधानी पहुंचे, एयरपोर्ट पर राज्यपाल रामनाइक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डॉ दिनेश शर्मा ने उनका स्वागत किया। यहां से उन्हें सीधे राजभवन और फिर कार्यक्रम स्थल इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लाया गया।
इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद प्रबुद्ध हस्तियों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं से मुलाकात की। एमएसएमई और खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी के अनुसार राष्ट्रपति समिट में लाभार्थियों को करीब 800 करोड़ रुपये के ऋण वितरित करेंगे और चुने हुए लाभार्थियों को ऋण पत्र सौंपेंगे। राष्ट्रपति महोदय के हाथों ओडीओपी के टोलफ्री नम्बर और ओडीओपी की बेबसाइट का शुभारम्भ हुआ, एक बटन दबाकर उन्होंने इन सुविधाओं को जनता को समर्पित किया।
आज राष्ट्रपति द्वारा एक साथ 4095 लाभार्थी परिवारों को 1006.94 करोड़ का ऋण वितरित कर इस योजना को प्रदेश वासियों के उत्थान और प्रदेश में उनको स्वरोजगार देने की दिशा में एक बहुत बड़ा प्रयास बना दिया गया है। राज्यपाल रामनाइक ने अपने उदबोधन में कहा कि जैसा कि राष्ट्रपति महोदय का यह गृह प्रदेश भी है, और इस प्रदेश को उनसे ढेर सारी आशाएं भी हैं। आज का दिन ‘सोने-पर-सुहागा’ बन पड़ा है, जब कृषि क्षेत्र से अलग हटकर परंपरागत उत्पादों के क्षेत्र को बढ़ावा देने का कार्य माननीय राष्ट्रपति महोदय के हाथों से हो रहा है।
इसके उपरान्त मुख्यअतिथि राष्ट्रपति महोदय रामनाथ कोविंद ने कार्यक्रम को संबोधित किया, सबसे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी सरकार को बधाई दी। इन्वेस्टर्स समिट के शुभारम्भ कार्यक्रम की समृति से लेकर आज के कार्यक्रम की सफलता पर राष्ट्रपति ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की खोज की जरूरत है। यही खोज प्रदेश को सबसे आगे ले जायेगी। प्रदेश में देश की सबसे बड़ी वर्कफ़ोर्स और अनेकों अन्य विशेषतायें हैं। यह प्रदेश ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की अर्थव्यवस्था तक जाने योग्य है। इस प्रदेश के विकसित हुए बिना देश का विकास संभव नहीं है। देश के सबसे ज्यादा एमएसएमई उद्यम उत्तर प्रदेश में हैं। देश के कुल हस्तशिल्प का 44 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता रहा है। कई ऐसे जिले हैं जहां विशिष्ट उत्पादों की संख्या एक से अधिक है। वहां यह बड़े रोजगार सृजन और सम्पनता का कारण बनेंगे। प्रदेश के कई उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मांग है। ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान देकर इसे और बढ़ावा दिया जा सकता है।
इसके उपरान्त राष्ट्रपति महोदय ने कानपुर के अतुल शर्मा को 35 लाख, उन्नाव के मोईन खान को 7.50 लाख एवम् लखनऊ के मोहित वर्मा को 10 लाख के ऋण के चेक प्रदान किये। साथ ही राष्ट्रपति ने डिजिटल टेक्नीक का उपयोग कर एक बटन दबाकर पूरे प्रदेश के लाभार्थियों के खातों में 1006.94 करोड़ रुपये का कुल ऋण वितरित किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग तकनीक का उपयोग कर रुपहले पर्दे पर अब राष्ट्रपति महोदय को वाराणसी और गोरखपुर से दो लाभार्थियों का अनुभव भी सुनाया गया।
अब बारी थी प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करने की, उन्होंने राष्ट्रपति महोदय सहित सभी सम्मानित अतिथियों के स्वागतवाक्य से इसकी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम और इसके सफल आयोजन के पीछे वह लम्बा विचार और चर्चा है, जिसके मूल में प्रदेश से हो रहे पलायन और युवाओं में बेरोजगारी की चिन्ता थी। सरकार ने चुनाव के समय लोककल्याण पत्र में किये गए अपने वायदे के क्रम में ‘परम्परागत उद्यम’ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना को शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 जनवरी को जब राज्यपाल महोदय की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश का पहला स्थापना दिवस मनाया गया, तब तक हम परम्परागत उत्पादों और कारीगरों को प्रोत्साहित करने की योजना पर कार्य प्रारम्भ कर चुके थे। हमने प्रदेश के प्रत्येक जनपद में कोई ना कोई श्रेष्ठ परंपरागत उत्पाद चयनित किया और उसे प्रोमोट करना शुरू किया, आज यह सफलतम आयोजन उसी दिशा में चलने का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को 10 से 12 दिनों की एक प्रदर्शनी लगाकर परंपरागत उद्यमियों के उत्पादों की ब्रांडिंग की जा सकती है। राष्ट्रपति ने कहा कि कोई हुनर या कौशल समाज के एक वर्ग से जुड़ा नहीं होता। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। कम परिश्रम की
मानसिकता या नौकरो आदि की चाहत से बढ़ी समस्याओं को एमएसएमई उत्पादों को बढ़ावा देकर दूर किया जा सकता है। राष्ट्रपति ने इलाहाबाद में आयोजित होने जारहे कुम्भ आयोजन की और ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कुम्भ के आयोजन में करोड़ों की भीड़ का संगम आज कई छात्रो द्वारा विश्विद्यालय स्तर पर शोध का विषय बन चुका है। राष्ट्रपति ने राज्यपाल रामनाइक की भी प्रशंशा की, उन्होंने कहा कि उनकी योग्यता के आधार पर ही उन्हें देश के सबसे बड़े राज्य का राज्यपाल चुना गया है।
कार्यक्रम के अन्त में मुख्यसचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय ने सभी का आभार प्रगट किया, उन्होंने राष्ट्रपति द्वारा दिए गए अमूल्य सुझावों पर कहा कि हम लोग इन सुझावों को अमल में लाएंगे और इनपर पूरी तरह खरा उतरने की कोशिश करेंगेI
ओडीओपी समिट कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद राष्ट्रपति कोविंद राजभवन में भोजन करने के बाद नई दिल्ली के लिये रवाना हो गए।
रिपोर्ट – शाश्वत तिवारी