फाजिल्का- प्राइवेट मेडिकल प्रेक्टिशनर डॉक्टरों द्वारा अपनी मांगों को लेकर जिला फाजिल्का में निकाली एक विशाल रोष रैली सेहत विभाग के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए रोष प्रकट किया।
पंजाब में प्राइवेट मेडिकल प्रेक्टिस करने वाले आरएमपी डॉक्टरों द्वारा अपनी मांगों को लेकर जिला फाजिल्का की अनाज मंडी में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब भर के 17 जिलों से आए 5000 से ज्यादा आरएमपी डॉक्टरों ने अपनी मांगे ना माने जाने पर रोष प्रकट करते हुए सेहत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जहां उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के किये वायदे पर भी आज तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए प्राइवेट मेडिकल प्रेक्टिशनर एसोसिएशन पंजाब के सदस्यों ने कहा कि सरकार द्वारा 1963 मैं आरएमपी डाक्टरों की रजिस्ट्रेशन बंद कर दी गई थी। जिसको दोबारा शुरू करवाने के लिए उनके द्वारा सरकार से मांग की गई थी और सरकार द्वारा उनकी मांग को मानने का वादा किया गया था जो आज तक पूरा नहीं हुआ। जिसको लेकर वह बीते दिन पंजाब के सेहत मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी से मुलाकात की गई थी लेकिन मंत्री जी ने उनकी मांग मानने की जगह उनको लारा लगा दिया।
साथ ही उन्होंने बताया कि जिसके खिलाफ वह पहले भी बठिंडा जिला में रोष रैली कर प्रदर्शन कर चुके हैं और इसी विरोध के चलते आज पूरे पंजाब भर के 17 जिलों के 5,000 से ज्यादा वर्करों द्वारा अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को जल्द ही पूरा ना किया गया तो आने वाले 2017 के विधानसभा चुनावों में सरकार को इसका जवाब दिया जाएगा।
रिपोर्ट- @इन्द्रजीत सिंह