विशेषज्ञ पहले से भी कहते रहे हैं कि जुलाई और अगस्त का महीना स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे बड़ा चैलेंज वाला होगा। पिछले 15 दिनों के आंकड़ों को देखें तो लगातार केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार में उछाल देखा जा रहा है। उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि जांच पर ध्यान नहीं देने और ‘आंकड़ो की बाजीगरी’ के कारण राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण का विकराल रूप देखने को मिल रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ लगभग 3 महीने के लॉकडाउन और उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम दावों के बावजूद राज्य के 25 जिलों में जुलाई महीने में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। 3 जिलों में 200 प्रतिशत, 3 में 400 प्रतिशत और 1 जिले में 1000 प्रतिशत से ऊपर का उछाल आया है।’’
कांग्रेस की यूपी प्रदेश प्रभारी ने अपने एक ट्वीट में दावा किया, ‘‘खबरों के अनुसार प्रयागराज में 70 फीसदी संक्रमित लोगों की रिपोर्ट आने के 48 घंटे के भीतर ही मृत्यु हो गई। हमें इसी बात का डर था। इसलिए शुरू में ही हमने उप्र के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर इस संदर्भ में सकारात्मक सुझाव देते हुए अधिकतम जांच की बात उठाई थी।’’
प्रियंका गांधी ने दावा किया, ‘‘आज ये विकराल रूप जांच पर ध्यान न देने, रिपोर्ट में देरी होने, आंकड़ों की बाजीगरी करने व संपर्क में आए लोगों का पता लगाने पर ध्यान नहीं देने की वजह से हुआ है। यूपी सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है।’’
दरअसल, उत्तर प्रदेश में बढ़ते हुए आंकड़ों पर अगर ध्यान दें तो मौजूदा वक्त में पॉजिटिव केसों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंचने वाली है।
यूपी में तमाम कवायदों के बाद भी कोरोना संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के तमाम इलाकों में मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ा है।
विशेषज्ञ पहले से भी कहते रहे हैं कि जुलाई और अगस्त का महीना स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे बड़ा चैलेंज वाला होगा। पिछले 15 दिनों के आंकड़ों को देखें तो लगातार केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के सभी बड़े शहर कोरोना को लेकर के लगातार संख्या से परेशान हैं। मौजूदा वक्त में हालात इस तरह से खराब हो चुके हैं कि सूबे के एक दर्जन से ज्यादा शहरों में कैंटोनमेंट जोनों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है।
राजधानी लखनऊ की बात करें तो शहर में 200 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन की संख्या है। पिछले एक हफ्ते के भीतर लखनऊ में कोरोना का आंकड़ा 1000 से ज्यादा बढ़ गया है, वहीं राजधानी में कुल संख्या अब साढ़े 3 हजार पहुंचने वाली है।