नई दिल्लीः राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को अपने गुट के विधायकों के साथ बैठक कर राज्य में सियासी सरगर्मियां तेज कर दी। ऐसे इसलिए कि पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए। उसके बाद अटकलें तेज हो गई कि सचिन पायलट भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। हालांकि सचिन पायलट और उनके समर्थकों की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि सुलह कमेटी की रिपोर्ट को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट नाराज हैं। कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की है, इसी कड़ी में गुरुवार की देर रात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फोन कर उनसे बातचीत की। इसके अलावा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी उन्हें मनाने की कवायद में जुटे हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन पायलट शुक्रवार को दिल्ली पहुंच सकते हैं। इससे पहले अपने पिता (राजेश पायलट) की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए वह दौसा पहुंच कर नमन किया। गुरुवार को जयपुर में सचिन पायलट के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन विधायकों की बैठक बुलाई गई थी।
बताया जा रहा है कि सुलह कमेटी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहा है, लेकिन यह अब धीरे-धीरे खुलकर सामने आने लगा है। वहीं पिछले दिनों सचिन पायलट गुट के इस्तीफा देने वाले विधायक हेमाराम चौधरी भी आज विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलेंगे। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा था कि व्यक्तिगत मिलने के बाद ही इस्तीफा स्वीकार करने का फैसला लिया जाएगा।
गुरुवार को पायलट समर्थक विधायकों ने उनके द्वारा उठाये गए मुद्दों के समाधान पर देरी पर नाराजगी जताई है। पायलट के करीबी करीब आधा दर्जन विधायकों ने सिविल लाइन्स स्थित उनके निवास पर उनसे मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार इससे पूर्व दिन में पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह की पायलट से मुलाकात के बाद विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर और रामनिवास गवारिया पायलट से मिले। विधायक राकेश पारीक भी पायलट के निवास पर पहुंचे।
चाकसू (जयपुर) से विधायक सोलंकी ने कहा कि हम सब अपनी आवाज पार्टी की मजबूती के लिए उठा रहे है। जो पार्टी के प्रति हमारी निष्ठा पर सवाल उठाते है, वे पार्टी के शुभचिंतक नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को पायलट को सुनना चाहिए और पंजाब की तर्ज पर मामले का समाधान करना चाहिए।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ‘पंजाब में (नवजोत) सिद्धू की सुनवाई 10 दिन के अंदर हो गई लेकिन राजस्थान में 10 महीने के बाद भी सचिन पायलट द्वारा उठाये गए मुद्दों का समाधान नहीं हुआ। जब पंजाब में सिद्धू को 10 दिन में सुना जा सकता है.. पायलट को क्यों नहीं?’
वहीं कांग्रेस बढ़ती महंगाई के खिलाफ आज देशव्यापी आंदोलन कर रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार पायलट जयपुर में इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं हालांकि अभी इस तरह का कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है।