प्रियंका ने कहा, “आरएसएस ने घोषणा की है कि समाज के सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि मोदी जी और उनकी सरकार या तो आरएसएस के विचारों का सम्मान नहीं करते, या वे नहीं मानते कि जम्मू एवं कश्मीर में कोई मुद्दा है।
नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत द्वारा आरक्षण पर चर्चा करने के आह्वान को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खतरनाक बताया है। प्रियंका ने मंगलवार को कहा कि यह बयान उस समय आया है, जब भाजपा सरकार कई कानूनों को खत्म कर रही है।
प्रियंका ने ट्वीट किया, “आरएसएस का इरादा और उसकी योजनाएं खतरनाक हैं। ऐसे समय में, जब भाजपा सरकार कई कानूनों को खत्म कर रही है, आरएसएस ने आरक्षण पर बहस का मुद्दा उठाया है।
उन्होंने कहा कि आरक्षण को निशाने पर लेने के लिए आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए यह चर्चा का एक बहाना है। उन्होंने पूछा, “क्या आप लोग ऐसा होने देंगे?
भागवत ने यहां एक कार्यक्रम में कहा था कि जो लोग आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं, उनके बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत होनी चाहिए।
RSS का हौसला बढ़ा हुआ है और मंसूबे खतरनाक हैं। जिस समय भाजपा सरकार एक-एक करके जनपक्षधर कानूनों का गला घोंट रही है। RSS ने भी लगे हाथ आरक्षण पर बहस करने की बात उठा दी है।
बहस तो शब्दों का बहाना है मगर RSS-BJP का असली निशाना सामाजिक न्याय है।
लेकिन क्या आप ऐसा होने देंगे?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 20, 2019
प्रियंका ने कहा, “आरएसएस ने घोषणा की है कि समाज के सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि मोदी जी और उनकी सरकार या तो आरएसएस के विचारों का सम्मान नहीं करते, या वे नहीं मानते कि जम्मू एवं कश्मीर में कोई मुद्दा है।