प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले पर दिए अपने भाषण में मध्य प्रदेश के कटनी जिले का जिक्र किया था, जहां बलात्कार के आरोपी को महज पांच दिन के भीतर कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस तरह की खबरों और लोगों के बीच अधिक से अधिक प्रचारित करना चाहिए, जिससे कि राक्षसी मानसिकता वाले लोगों के भीतर भय कायम हो और वह इस तरह के जघन्य अपराध करने से पहले बार-बार सोचे। लोगों को यह जानना चाहिए कि इस तरह के अपराध करने वालों को हम फांसी पर चढ़ा रहे हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी राजकुमार कोली का जिक्र कर रहे थे, जोकि रिक्शा चलाता है, जिसे बलात्कार के आरोप में कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। कोली के खिलाफ 4 जुलाई को नाबालिग के साथ रेप का मामला दर्ज किया गया था और 7 जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि 27 जुलाई को उसे फांसी की सजा सुना दी गई थी।
यही नहीं पिछले छह महीनों अलग-अलग जगहों पर देश में इस तरह के मामलों में 10 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है।पब्लिक प्रोसीक्यूशन के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार ने इस बदलाव को इंप्रूव्ड कंविक्शन रेट से जोड़ा है और जिन वकीलों ने इन मामलों में सफलता पाई है उन्हें इनाम दिया जा रहा है।
आठ महीने पहले मध्य प्रदेश सरकार ने एक एप्लिकेशन को लॉच किया था, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है, जिसमे 1000 से अधिक अभियोजन पक्ष के वकील रजिस्टर हैं।
अभियोजन पक्ष के वकीलों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इनाम देने का फैसला लिया गया है।जो अभियोजन पक्ष के वकील अपराधी को फांसी की सजा दिलाते हैं उन्हें 1000 अंक मिलेंगे, जो उम्र कैद की सजा दिलाते हैं उन्हें 500 अंक मिलेंगे, साथ ही उन्हें महीने का सर्वश्रेष्ठ अभियोजन वकील का भी इनाम दिया जाएगा।
साथ ही जो लोग 2000 अंक हासिल कर चुके हैं उन्हें अभियोजन का अभिमान खिताब से नवाजा जाएगा। वहीं जिन लोगों के अंक 500 से कम हैं उन्हें सख्त चेतावनी दी जाएगी।फैसले 6 अगस्त को छतरपुर कोर्ट ने ढाई साल की बच्ची का रेप करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई थी। यह मामला 24 अप्रैल को सामने आया था, जिसके बाद 11 जून को पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी थी। 27 जुलाई को कोर्ट ने राजकुमार कोली को फांसी की सजा सुनाई थी।
उसके खिलाफ 4 जुलाई को कटनी में नाबालिग के साथ रेप का आरोप लगा था। पुलिस ने उसे 7 जुलाई को गिरफ्तार करके चार्जशीट 18 जुलाई को फाइल कर दी थी 7 जुलाई को कोर्ट ने नारायण पटेल को 9 साल की बच्ची का रेप करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई थी, उसके खिलाफ 21 म को मामला दर्ज किया गया था, जबकि 24 मई को पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी थी। 6 अगस्त को बूढ़नपुर कोर्ट ने प्रकाश लहासे को महिला का रेप कर उसे हत्या करने का दोषी पाया और उसे फांसी की सजा सुनाई। यह मामला 17 मई को सामने आया, पुीलिस ने 7 जुलाई को चार्जशीट फाइल कर दी थी।
13 अगस्त को को दतिया कोर्ट ने नंदकिशोर गुप्ता को 13 साल की बच्ची का रेप करने के मामले में दोषी पाया और फांसी की सजा सुनाई थी। यह मामला 2 मार्च को सामने आया था, जिसके बाद पुलिस ने 4 मार्च को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था और 2 मई को पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी थी।