नई दिल्ली – सेंसर बोर्ड प्रमुख लीला सेमसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के पीछे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड को हरी झंडी दिए जाने को बताया जा रहा है। मैसेंजर ऑफ गॉड को फिल्म सर्टिफिकेट अपीलैट ट्रिब्यूनल(एफसीएटी) ने रीलिज के लिए हरी झंडी दे दी थी।
इस्तीफे के बाद सेमसन ने आरोप लगाया कि, बोर्ड में भ्रष्टाचार है और उनकी बात सुनी नहीं जा रही। सेंसर बोर्ड की अनदेखी की जा रही है। मेरा इस्तीफा अंतिम है और इस बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहाकि, मंत्रालय की ओर से नियुक्त अधिकारी और पैनल सदस्य दबाव डाला जाता है और उनके काम में दखल देते हैं। साथ ही वे भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
सेमसन ने कहाकि, उनका और बोर्ड के कुछ सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो चुका है लेकिन नई सरकार ने नए लोगों की नियुक्ति नहीं की जिसके बाद उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया। हाल ही के दिनों में मंत्रालय की ओर से नियुक्त पैनल सदस्यों का दबाव सेंसर बोर्ड में बढ़ गया जिसके चलते बोर्ड चेयरमैन और सदस्यों के सम्मान में कमी आई है।
वहीं इस मामले में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने साफ किया कि सरकार की ओर से कोई दखल नहीं दी गई थी और न ही फिल्म को लेकर कोई दबाव डाला गया था। गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम सिंह की फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताते हुए रीलिज सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था। जिसके बाद फिल्म को एफसीएटी में क्लीयरेंस के लिए भेजा गया था।