असम में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने बिल के विरोध में बुधवार को दिसपुर के जनता भवन के नजदीक बस जला दीं।
साथ ही राज्य सचिवालय के निकट छात्रों के एक बड़े समूह और पुलिस के बीच झड़प हुई। वहीं नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर प्रदर्शन के बीच असम के 10 जिलों में बुधवार शाम सात बजे से इंटरनेट और फोन सेवा अगले 24 घंटे के लिए रोकने के आदेश जारी किए गए हैं।
वहीं खबर मिली है कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। गुवाहाटी में लगातार जारी प्रदर्शनों को देखते हुए सोनोवाल को कई घंटे एयरपोर्ट पर ही गुजारने पड़े। पूरे राज्य में छात्रों का समूह इस बिल का विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
बता दें कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना को भी स्टैंड बाई पर रखा गया है, इसके अलावा अर्धसैनिक बलों के 5000 जवानों को भी भेजा गया है।
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर यह भी मिली है कि असम के गुवाहाटी में 15 से 17 दिसंबर तक होने जा रहे भारत-जापान शिखर सम्मेलन का स्थान परिवर्तित नहीं किया गया है।
इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत आने वाले हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुवाहाटी पहुंचेंगे।
आपको बता दें नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ बुधवार को हजारों लोग असम में सड़कों पर उतरे हुए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प से राज्य में अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गयी है।
हालांकि, किसी भी पार्टी या छात्र संगठन ने बंद, प्रदर्शन का आह्वान नहीं किया है। सचिवालय के पास प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ भिड़ंत हो गयी।
दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि नागरिकता विधेयक को लेकर विरोध के मद्देनजर शांति का माहौल सुनिश्चित करने के वास्ते अर्द्धसैनिक बलों के पांच हजार जवानों को पूर्वोत्तर भेजा जा रहा है।
गुवाहाटी में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठियां चलायीं और आंसू गैस के गोले छोड़े।
लोकसभा में विधेयक पारित होने वाले दिन से ही असम के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। छात्र नेताओं के मुताबिक, सचिवालय के सामने पुलिस की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
प्रशासन या पुलिस के अधिकारियों ने पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन खबरें मिली हैं कि गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और जोरहाट जैसे स्थानों पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
छात्रों ने जीएस रोड पर अवरोधक को तोड़ दिया जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया। छात्रों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए जिसे पुलिसकर्मियों पर छात्रों ने उठाकर फेंका।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियां चलायीं। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे के बीच होने वाली शिखर बैठक के लिए सड़क पर लगाए गए एक मंच को भी तोड़ दिया।