नई दिल्ली- समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने नोटबंदी का समर्थन किया और मोदी की तरीफ भी की। इसे लेकर पार्टी में उनके खिलाफ आवाज उठने लगी है। उन्होंने कहा कि समर्थन करना मेरा पर्सनल ओपिनियन है। मैं आजाद हूं… गुलाम नहीं। वहीं, सोमवार को वे दिल्ली में मुलायम सिंह के घर मिलने पहुंचे।
अमर सिंह ने रविवार को एएनआई के साथ बातचीत में कहा- “मैं उन्हें चोट नहीं पहुंचाना चाहता था, लेकिन अब अपमान की सहनशीलता की सीमा के स्तर के ऊपर बात हो गई है।”
“पार्टी का अगर व्हिप होगा और अगर मुझे नोटबंदी के खिलाफ वोट नहीं देना होगा, तो मैं राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दूंगा। और अगर मुझे राज्यसभा की सदस्यता से मोह होगा तो मैं नोटबंदी के खिलाफ वोट दूंगा, ताकि मेरी सदस्यता नहीं जाए।”
“पार्टी ने कहा गोला बनाओ सरकार के विरोध में, मैं गोले में खड़ा हो गया। नरेश अग्रवाल ने आदेश दिया पंक्तिबद्ध होके खड़े होने को।”
“नोटबंदी पर यह मेरी व्यक्तिगत राय है…मैं आजाद हूं… किसी का गुलाम नहीं हूं। मैंने यूपी इलेक्शन को देखते हुए नोटबंदी के खिलाफ बयान दिया था।”
“मैं मुलायमजी से मिलूंगा और अपने दर्द को बताऊंगा।”
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अमर सिंह ने कहा- “हालांकि ये फैसला बिना किसी तैयारी के लागू किया गया है, लेकिन अचानक ऐसा कदम उठाने की वजह से काला बाजारी करने वालों को ब्लैक मनी ‘एडजस्ट’ करने का मौका नहीं मिला।”
”देशवासी के तौर पर उन्हें ऐसे प्रधानमंत्री पर गर्व है, जो करप्शन को जड़ से उखाड़ने के लिए इस कदर कमिडेट है।” ”पीएम ने उन सभी लोगों को दंड दिया है, जिन्होंने बेहिसाब पैसा जमा कर रखा था, चाहें वो उनकी अपनी पार्टी के हों या फिर दूसरी पार्टी के।”