PT Usha: दिग्गज धाविका पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ की पहली महिला अध्यक्ष चुना गया। 58 वर्षीय उषा को चुनाव के बाद शीर्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। पीटी उषा एशियाई खेलों में कई पदक और 1984 के लास एंजलिस ओलंपिक खेलों में 400 मीटर की बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रहीं है। इलेक्शन सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जस्टिस नागेश्वर राव की देखरेख में संपन्न हुए।
राजलक्ष्मी सिंह देव उपाध्यक्ष चुने गए
पीटी उषा के चुनाव से आईओए में लंबे समय से चले आ रहे संकट को अंत हो गया। इस महीने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा संभावित निलंबन की चेतावनी दी थी। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अजय पटेल को सर्वसम्मति से वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुना गया। ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग और रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष राजलक्ष्मी सिंह देव उपाध्यक्ष चुने गए।
सहदेव यादव को कोषाध्यक्ष चुना गया
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव को कोषाध्यक्ष चुना गया। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे को संयुक्त सचिव (पुरुष) के रूप में निर्विरोध चुना गया। भारतीय बैडमिंटन संघ ) की अलकनंदा अशोक अन्य उम्मीदवारों शालिनी ठाकुर चावला और सुमन कौशिक को पीछे छोड़ते हुए संयुक्त सचिव (महिला) चुनी गईं।
एमसी मैरी कॉम भी कार्यकारी परिषद का हिस्सा
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और तीरंदाज डोला बनर्जी आठ स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ आउटस्टैंडिंग मेरिट (एसओएम) के पुरुष और महिला प्रतिनिधि के रूप में कार्यकारी परिषद में हैं। महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल भी एथलीट आयोग के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष होने के कारण कार्यकारी परिषद का हिस्सा हैं। भूपेंद्र सिंह बाजवा, अमिताभ शर्मा, हरपाल सिंह और रोहित राजपाल भी कार्यकारी परिषद के लिए चुने गए।