नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां घाटी के अंदर आतंकियों का सफाया करने में जुट गई हैं। बीते सोमवार को ही हमले के महज 100 घंटे के भीतर पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड अब्दुल रशील गाजी को ढेर कर सुरक्षाबलों ने पुलवामा हमले का बदला भी ले लिया। हालांकि अपने 40 बहादुर जवानों की शहादत के बाद लोग बेहद गुस्से में हैं और सरकार से केवल एक ही मांग कर रहे हैं कि किसी भी तरह से अब पाकिस्तान को करारा सबक सिखाया जाए। इस बीच पुलवामा हमले के एक हफ्ते बाद इस हमले में शहीद हुए एक सीआरपीएफ जवान की पत्नी ने वो वीडियो शेयर किया है, जो उन्हें उनके पति ने हमले से ठीक पहले भेजा था।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, पंजाब के तरनतारन इलाके में रहने वाले और सीआरपीएफ की 76 बटालियन में हैड कांस्टेबल के पद पर तैनात सुखजिंदर सिंह बीते शुक्रवार को उसी बस में सवार होकर जम्मू से श्रीनगर के लिए निकले थे, जिसपर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने फिदायीन हमला किया। सुखजिंदर सिंह ने हमले से कुछ देर पहले ही सीआरपीएफ की उस बस से एक वीडियो बनाकर अपनी पत्नी को भेजा था। एक मिनट, 6 सेकंड के इस वीडियो में सुखजिंदर सिंह ने बाहर के कुछ दृश्यों को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद किया और इसके बाद बस के भीतर बैठे साथी जवानों के साथ अपना भी वीडियो बनाकर अपनी पत्नी को भेज दिया। हालांकि, काफिले पर हुए हमले में अपने पति की शहादत की खबर सुनकर उनकी पत्नी बेसुध हो गईं और उस दिन इस वीडियो को नहीं देख पाईं।
सीआरपीएफ के काफिले में शामिल यह बस जैसे ही दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा इलाके में पहुंची, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने बस को फिदायीन हमले में उड़ा दिया। अपनी पत्नी को भेजा गया यह सुखजिंदर सिंह का आखिरी वीडियो था। घर से दूर, परिवार से दूर सुखजिंदर शायद इस वीडियो के जरिए अपनी पत्नी को बताना चाहते थे कि वो देश के लिए अपना फर्ज निभा रहे हैं और इसलिए अपनों से दूर हैं। सुखजिंदर की पत्नी को जैसे ही खबर मिली कि आतंकी हमले में उनके पति शहीद हो गए हैं, वो बेहोश हो गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पति की शहादत के गम में डूबी सुखजिंदर की पत्नी ने 22 फरवरी को जब अपना मोबाइल देखा तो उनकी नजर उस वीडियो पर पड़ी, जो उनके पति ने हमले से पहले भेजा था। वीडियो देखकर उनकी पत्नी की आंखें एक बार फिर से नम हो गईं।
पुलवामा हमले में शहीद हुए सुखजिंदर के परिवार में माता-पिता के अलावा, उनकी पत्नी और एक सात महीने का बेटा है। सुखजिंदर ने साल 2003 में महज 19 साल की उम्र में ही कॉन्स्टेबल के पद पर सीआरपीएफ ज्वाइन की थी। पिछले साल ही सुखजिंदर सिंह का प्रमोशन हेड कॉन्स्टेबल के पद पर किया गया था। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान छेड़ा और बीते सोमवार को हमले के मास्टरमाइंड समेत जैश के चार कमाडरों के ढेर कर दिया। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। हमले की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि जैश के आतंकियों ने पीओके में बैठकर पुलवामा हमले की साजिश रची, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी भूमिका स्वीकार करने को तैयार नहीं है और आरोप लगा रहा है कि कश्मीर के हालातों के कारण यह हमला हुआ है।