इराक में मारे गए 39 में से 38 भारतीयों के अवशेष एक विशेष विमान से आज अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे लाया गया है। विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने विशेष विमान से शव को लेकर अमृतसर पहुंचे। वो विमान में पार्थिव अवशेषों के साथ थे।
सिंह ने मीडिया से कहा, “हम पीड़ितों का पता लगाने और शवों को जमीन से खोदकर निकालने के लिए इराक की मदद के आभारी हैं। लापता भारतीयों की खोज के लिए भारत सरकार ने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए।
वहीं यहां शवों को लेने के लिए पंजाब सरकार के मंत्री भी पहुंचे । बता दें कि इराक में जान गंवाने वालों में सबसे ज्यादा 27 लोग पंजाब के ही थे। जबकि चार हिमाचल प्रदेश से थे। पंजाब के 27 और हिमाचल प्रदेश के चार लोगों के ताबूत अमृतसर हवाईअड्डे पर संबंधित अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं, जबकि सात ताबूतों को अन्य विमान से पश्चिम बंगाल (3) और बिहार (4) ले जाने की व्यवस्था की गई।
वहीं इसके चलते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एससी/ एसटी अधिनियम को कथित तौर पर कमजोर बनाने के खिलाफ कई दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वह कानून अपने हाथ में न लें। उन्होंने अपील की है कि इराक पीड़ितों के शवों को बिना किसी रुकावट के उनके गांव पहुंचाने दिया जाए।
साथ ही उन्होंने पंजाब पुलिस को कड़ी सुरक्षा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है। इसके साथ ही पंजाब सरकार ने मृतकों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे देने की घोषणा की है। इसके साथ ही हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया है।
गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट ने जून 2014 में मोसुल पर कब्जा करने के बाद, हालांकि 39 भारतीयों की हत्या कर दी थी, लेकिन 38 भारतीयों के पार्थिव अवशेष ही वापस लाए गए हैं क्योंकि एक शव की पहचान अभी भी बाकी है।
Punjab: Mortal remains of the 38 Indians who were killed in Iraq, brought to Amritsar pic.twitter.com/ALGLHvZ67S
— ANI (@ANI) April 2, 2018