फाजिल्का– पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही के किस्से अक्सर ही अखबारों की सुर्खिया बनते है, इसी तरह की लापरवाही का मामला आज फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में सामने आया, जहां गर्भवती महिला की ईलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे गुस्साए मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर धरना दिया ! अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की !
मृतक महिला के परिजनों ने डॉक्टरों पर ईलाज के दौरान लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि वह रात के दो बजे मरीज को लेकर अस्पताल आए लेकिन चार बजे तक डॉक्टरों ने कोई ध्यान नही दिया!
परिजनों का आरोप है कि उनके मरीज को देखने की बजाए डॉक्टर हीटर पर आग सेंकते रहे, जब सुबह चार बजे डॉक्टर द्वारा उनके मरीज को टीका लगाया तो उनके मरीज की मौत हो गई !
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहाँ डॉक्टरों और सामान की काफी कमी है, सरकार को इस बारे ध्यान देना चाहिए डॉक्टरों की लापरवाही से उनके मरीज की तो मौत हो गई लेकिन डॉक्टरों को आगे से सुधार लाना चाहिये ताकि आगे से किसी और के साथ ऐसा ना हो !
वहीँ फाजिल्का के एक एमसी और समाज सेवियों ने इस घटना पर रोष जताते हुए कहा कि इसमें अस्पताल प्रशासन का कोई दोष नही बल्कि हल्के के सेहत मंत्री इसमें पूरे जिम्मेवार है, क्योकि इस अस्पताल में कोई महिला विशेषज्ञ ही नही है तो ईलाज कैसे होगा ? पंजाब के सेहत मंत्री के हल्के में अस्पतालों की ये दशा है तो पंजाब के बाकी जिलों का क्या हाल होगा ? उन्होंने इस मामले लापरवाही बरतने वाले दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई करने और मृतक महिला के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की !
वहीँ दूसरी तरफ जब इस मामले में सम्बंधित फाजिल्का के सिविल सर्जन डॉक्टर जगपाल बस्सी से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इसकी जाँच के लिए एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें इस सारे मामले की जाँच एसएमओ, जिला भलाई अफसर, और लेडी डॉक्टर कविता और नर्सिंग सिस्टर करेंगे जो भी रिपोर्ट आएगी उसके हिसाब के कारवाई की जाएगी ! रिपोर्ट- @इंद्रजीत सिंह