नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज पहली चुनावी सभा को संबोधित किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर सरकारी उपक्रमों को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ताजमहल भी बेच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अडानी और अंबानी के लिए है, यह सरकार सिर्फ 15 लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए है।
इसके साथ ही राहुल ने कहा कि पीएम मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की दिलचस्पी नौजवानों को नौकरी देने में नहीं है। इसके उलट वे सत्ता में रहने के लिए एक भारतीय को दूसरे भारतीय से लड़ाना चाहते हैं।
बीजेपी और आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दोनों का मकसद समाज में नफरत फैलाना है, जो कांग्रेस ने कभी नहीं किया।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वह दो करोड़ नौकरियां देंगे, उन्होंने इसके लिए क्या किया, केजरीवाल ने बेरोजगारी से निपटने के लिए क्या किया? विश्वविद्यालयों, कॉलेजों से स्नातक कर निकल रहे युवा डरे हुए हैं कि उन्हें नौकरी मिलेगी या नहीं, यह आपके प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का दोष है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी के मुद्दे से नहीं निपटने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, “ वे (बीजेपी) हिन्दू धर्म की बात करते हैं, वे इस्लाम की बात करते हैं, वे सिख धर्म की बात करते हैं। उन्हें धर्म का कोई ज्ञान नहीं है। हिन्दू धर्म, इस्लाम, ईसाई, सिख धर्म में — कहां लिखा है कि अन्य लोगों पर हमला करो, उनका दमन करो?”
जंगपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह के पक्ष में आयोजित रैली में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का यह कैसा “हिंदू धर्म” है। हिंदू धर्म में सबको साथ लेकर चलने की बात है।
उन्होंने कहा, “बीजेपी का कोई ऐसा नेता दिखाइए जिसने पाकिस्तान में ‘हिन्दुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया हो। कांग्रेस के जंगपुरा के उम्मीदवार ने पाकिस्तान में ऐसा किया था और जेल गए थे।’’