नई दिल्ली – कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर बने सस्पेंस के बीच गुरुवार सुबह 56 दिन की छुट्टी के बाद दिल्ली लौट आए हैं। राहुल गांधी बैंकॉक से गुरुवार सुबह सवा 11 बजे थाई एयरवेज के प्लेन से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंचे। इसके साथ ही इस पर से भी पर्दा उठ गया कि राहुल छुट्टियां मनाने आखिर गए कहां थे। इससे पहले पिछले कुछ घंटों से राहुल की छुट्टी से ज्यादा उनकी घर वापसी पर सस्पेंस रहा। बुधवार देर रात से उनके दिल्ली लौटने की खबरें चल रही थीं।
सुबह सोनिया गांधी और फिर प्रियंका के अचानक राहुल गांधी के घर पहुंचने से उनकी घर वापसी की अटकलें तेज हो गई थीं। दोनों एक के बाद तुगलक लेन स्थित राहुल के घर पहुंची थीं। पीटीआई के मुताबिक राहुल गांधी गुरुवार सुबह सवा ग्यारह बजे बैंकॉक से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे।
इसके बाद वह तुगलक लेन स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए। करीब पौने 12 बजे वह तुगलक लेन स्थित अपने घर पर पहुंचे। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी उनकी अगवानी के लिए घर पर मौजूद थीं। इससे पहले राहुल के बुधवार रात ही दिल्ली लौटने की खबरें थीं। दरअसल कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने उनके बुधवार देर रात दिल्ली लौटने की बात कही थी।
राहुल गांधी घर वापसी के बाद ऐक्टिव मोड में नजर आ सकते हैं। शुक्रवार को राहुल गांधी की दो बैठकें तय हैं। इसमें एक बैठक किसानों के साथ होनी है, जिसमें कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश के भी मौजूद रहने की संभावना है। राहुल दिल्ली में 19 अप्रैल को होने वाली कांग्रेस की किसान रैली में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद वह भारत भ्रमण पर निकलेंगे।
राहुल गांधी के संसद के अहम सत्र से पहले छुट्टी पर चले जाने पर काफी विवाद हुआ था। विरोधी दलों के नेताओं से लेकर उनकी पार्टी के ही कई बड़े नेताओं ने उनकी छुट्टी की टाइमिंग पर सवाल उठाए थे। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने उनके उत्तराखंड में छुट्टियां बिताने का भी दावा किया था।
सूत्रों का कहना है कि 19 अप्रैल की रैली में नए राहुल गांधी नए तेवर में नजर आने के बाद देश के तमाम राज्यों में जाकर लोगों से मिलेंगे। लोगों की समस्याओं को उठाएंगे। ऐसी भी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि राहुल गांधी आज अपने अज्ञातवास से लौट सकते हैं।
19 अप्रैल को होने वाली कांग्रेस की किसान रैली के लिए दिल्ली और हरियाणा में सबसे ज्यादा तैयारियां चल रही हैं। मैदान में लोग जुटाने की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी दिल्ली और हरियाणा की है। ऐसी भी जानकारी है कि इस बार हरियाणा से आने वाले लोग पगड़ी की बजाय रैली में पिंक कलर की टोपी में नजर आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं पिंक टोपी पहने लोगों की संख्या 50 हजार के आसपास हो सकती है।
उधर, दिल्ली में कांग्रेसी कार्यकर्ता सत्यमेव जयते की टोपी में नजर आ सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि रामलीला मैदान के अंदर और बाहर करीब 1 लाख लोग के करीब जुट सकते हैं। रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संबोधित करेंगी। इसके अलावा राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और यूपी के कांग्रेसी नेता भी रैली में शामिल होंगे।