जयपुर : कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के अलवर में हुए गैंगरेप की पीड़िता से मुलाकात किया और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे पर बड़े फैसले लेते हुए एससी-एसटी ऐक्ट की तर्ज पर महिलाओं के लिए नोडल ऑफिसर की नियुक्ति और अलवर में अपराध नियंत्रण के लिए जिले में एसपी लेवल के 2 अधिकारियों नियुक्ति करने का निर्णय किया है।
राहुल गांधी ने पीड़िता की फैमिली से मुलाकात के बाद इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘इस घटना के बारे में पता चलने के तुरंत बाद ही मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से बात की थी। यह मेरे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है। पीड़ित परिवार से मैंने मुलाकात की है और उनकी न्याय की मांग को पूरा किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। परिवार को न्याय मिलेगा।’ हालांकि यह न्याय किस तरह का होगा, इस बारे में राहुल गांधी ने कुछ स्पष्ट नहीं किया। इस दौरान राहुल के साथ सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी मौजूद थे।
सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी और पीएम पर मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए कहा, ‘बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन राहुल गांधीजी ने कहा कि हम राजनीति नहीं करेंगे। इस बात के मायने हैं। इस मामले में 2 तारीख को ही एफआईआर दर्ज हो गई थी और कार्रवाई भी शुरू हो गई थी। चुनाव 6 तारीख को था। अब प्रधानमंत्रीजी ही जब झूठ बोल रहे हैं तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा इस देश का। यह कहा गया कि हमने चुनाव के लिए मामले को छिपाए रखा और पूरी पार्टी ही आंदोलन करने उतर आई है, अब आप देखिए कि राजनीति कौन कर रहा है।’
उन्होंने महिलाओं से अपराध पर लिए फैसलों में बताया, ‘हमारी कोई राजनीतिक मंशा नहीं है। हम 7 दिनों के अंदर चालान भी पेश कर देंगे। हमने कई फैसले किए हैं और पीड़ित परिवार के लिए नौकरी का प्रबंध भी करेंगे। अगर पूरे राजस्थान में इस तरह की कोई शिकायत आती है और एसएचओ ने मना कर दिया एफआईआर दर्ज करने से तो एसपी ऑफिस के अंदर एफआईआर दर्ज कर सकता है।’
सीएम ने कहा, ‘पूरे देश में कहीं नहीं हुआ होगा। एससी-एसटी ऐक्ट की तरह ही महिलाओं के प्रति अपराध के लिए भी नई पोस्ट क्रिएट करते हुए नोडल ऑफिसर नियुक्त करेंगे। यह अलवर जिला बहुत क्रिटिकल है। पूरे प्रदेश में जहां 6 से 10 हजार केस दर्ज होते हैं, तो वहीं अलवर में 17 हजार केस दर्ज होता है। यहां पर पुलिस के लिहाज से अलवर को दो जिले बनाया जाएगा और एसपी लेवल का एक और पुलिस नियुक्त किया जाएगा।’
बता दें कि अलवर में गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। अलवर के थानागाजी इलाके में एक महिला से उसके पति के सामने 3 घंटे तक बलात्कार किया गया और पूरी घटना की विडियो रिकॉर्डिंग भी कई गई। विरोध करने पर आरोपियों ने महिला और उसके पति को पीटा भी। महिला अपने पति के साथ बाजार तक शॉपिंग करने गई थी। पूरी घटना का विडियो बनाने के बाद आरोपियों ने रेप पीड़िता को ब्लैकमेल करना भी शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, गैंगरेप में शामिल सभी आरोपी ट्रक ड्राइवर या हेल्पर हैं।