अमेठी:चुनावों में मुद्दों की लड़ाई के साथ-साथ पोस्टरों की लड़ाई देखना खासा दिलचस्प रहता है 33 करोड़ देवी देवताओं के इस देश में भगवतभक्ति खूब नजर आती है भक्तों का मन देवपूजा से शायद नहीं भरता, इसलिए पोस्टरों में नेताओं को विभिन्न अवतारों के रूप में दिखाकर अपनी भक्ति साबित की जाती है केवल देवता ही नहीं, फिल्मों के कैरेक्टर के रूप में भी नेताओं को दिखाया जाता है। हालांकि इन पर विवाद भी खूब होते हैं और कई बार कानून की सख्ती भी झेलनी पड़ती है लेकिन व्यक्तिपूजा का जोर कुछ ऐसा है कि कोई उपाय कारगर नहीं दिखता।
क्या है मामला-
कांग्रेस पर लगातार लग रहे वंशवाद के आरोपों के बीच आखिरकार राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंप दी गई हैैै वहीं गुजरात चुनाव के दौरान राहुल के मंदिर में प्रवेश को लेकर बहस अभी शांत भी नहीं हुई थी कि अमेठी में कांग्रेसी नेताओ ने पोस्टर जारी कर उस मुद्दे को एक बार फिर सियासी हवा दे दी है जिसमें कांग्रेसी नेता ने गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी की पहचान अब जनेऊधारी पंडित के रूप में कर दी है।
वायरल पोस्टर में राहुल गांधी के साथ राहुल के पिता राजीव गांधी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी, कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी की फोटो है पोस्टर में सोनिया गांधी के पीछे परशुराम की फोटो है और राजीव गांधी के पीछे भगवान शिव की फोटो है पोस्टर पर लिखा है ”शिव भक्त, भगवान परशुराम के वंशज जनेऊधारी पं. राहुल गांधी जी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की हार्दिक बधाई” हालांकि हम वायरल हुई इन पोस्टर की किसी भी तरह से पुष्टि नही करते ।
चर्चा का विषय बना वायरल पोस्टर-
जहां एक तरफ इस पोस्टर में राहुल को भगवान परशुराम का वंशज बताया जाना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ यह पोस्टर वायरल होने के बाद बीजेपी का भी कड़ा रुख दिख रहा है ।
ये पोस्टर भी रहे चर्चा में –
विगत वर्ष में बनारस में भाजपा के केशव प्रसाद मौर्य को कृष्ण भगवान के रूप में दिखाया गया था, जबकि यूपी को द्रौपदी और अखिलेश यादव, मायावती, राहुल गांधी, आजम खां और ओवैसी को दु:शासन के रूप में यूपी की साड़ी खींचते हुए दिखलाया गया था पोस्टर के नीचे में लिखा था कि कलियुग में केशव केवल उपदेश नहीं देते बल्कि रण में भी उतरते हैं।
रिपोर्ट-राम मिश्रा