नई दिल्ली- नोटबंदी पर सियासी बवाल के कारण संसद की शीतकालीन सत्र की दूसरे हफ्ते की कार्यवाही भी हंगामे की भेंट चढ़ने के आसार हैं। दरअसल इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष अपने पुराने रुख पर अडिग हैं। नोट बंदी के फैसले के पक्ष में डटी सरकार ने एक बार फिर से इस मुद्दे पर विपक्ष की मांगों के सामने नरम न पड़ने का स्पष्ट संदेश दिया है। विपक्ष ने भी लोकसभा में मतदान वाले नियम के तहत चर्चा कराने और राज्यसभा में प्रधानमंत्री को बुलाने की मांग को छोड़ने के कोई संकेत नहीं दिए हैं।
जहाँ एक तरफ राज्यसभा में हंगामा बरपा हुआ है वहीं हंगामे के बीच आज लोकसभा में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार सुबह कानपुर रेल हादसे पर बयान दिया। सुरेश प्रभु ने कहा कि रेल हादसे में मृतक और घायलों के परिवार वालों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हादसे के दोषी पाए गए लोगों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। प्रभु ने कहा कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए है।
बता दें रविवार को कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर से पटना जा रही दुर्घटनाग्रस्त हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस में अब तक मृतकों की संख्या 133 हो गई है। जबकि करीब 60 गंभीर रूप से घायल हैं और 150 लोगों को हल्की चोटें आई हैं। पटरी में दरार की आशंका के चलते ट्रेन के उतरने की आशंका जताई जा रही है।
हादसे के बाद कुछ कोच पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए हैं। घटनास्थल पर मौजूद सेना और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। फिलहाल प्रधानमंत्री राहत कोष, रेलवे, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारों ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
रेल हादसे के लगभग 350 पीड़ितों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन पटना पहुंच गई है। ये विशेष ट्रेन सोमवार तड़के पटना पहुंची।
झांसी में पटरी से उतरी मालगाड़ी
उत्तर प्रदेश के पुखरायां में हुए रेल हादसे को अभी एक दिन ही हुआ है कि झांसी से एक मालगांड़ी के पटरी से उतरने की खबर आ गई। बताया जा रहा है कि सोमवार तड़के एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए।
सोमवार को चलनी शुरू होगी इस पटरी पर रेल
वहीं उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि कानपुर-झांसी रेलमार्ग पर यातायात सोमवार को शुरू हो जाएगा। हादसे के बाद से चार ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं और 14 ट्रेनों का रास्ता बदल दिया गया है।
दुर्घटना में जीवित बचे लोगों का एक सुर में कहा था, ‘हमने मौत को बेहद करीब से देखा। ‘ एनडीआरएफ के महानिदेशक आरके प्रचंड ने बताया कि विशेष बचाव दल की पांच टीमें दुर्घटनास्थल पर भेजी गई हैं। प्रत्येक टीम में 45 कर्मी हैं।
बचाव कार्य में हो रहा कटर का इस्तेमाल
मौके पर पहुंचे प्रचंड ने कहा, ‘बचाव टीमें कटर और हाईड्रोलिक उपकरणों का प्रयोग कर रही हैं ताकि ट्रेन के डिब्बों में फंसे हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। ‘ उन्होंने कहा, चूंकि डिब्बों के भीतर लोग फंसे हुए हैं, इसलिए पूरी सावधानी और सतर्कता बरती जा रही है।
चार जगहों से मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। हादसे में गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार जबकि मामूली रूप से जख्मी लोगों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। दूसरी तरफ यूपी सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार जबकि मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपये देने की घोषणा की है। पीएम मोदी ने भी पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये जबकि गंभीर रूप से घायलों को 50-50 रुपये दिए जाएंगे। ये रकम रेलवे की तरफ से दिए जा रहे मुआवजे से अलग होगी। मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये जबकि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
सुरेश प्रभु ने दिए जांच के आदेश
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे की वजह जानने के लिए भी जांच शुरू की जाएगी। प्रभु ने कहा कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। राजनाथ सिंह भी सुरेश प्रभु के साथ लगातार संपर्क में हैं।