जयपुर- राजधानी में अब महिलाओं की सुरक्षा करेगा राज महिला सुरक्षा मोबाइल एप। जी हां, राज्य महिला आयोग ने नई पहल करते हुए अपने इस खास मोबाइल एप की लॉचिंग कर दी है। अब छात्राएं या महिलाएं कोई भी आपात परिस्थिति में अपने मोबाइल को शैक (फोन हिलाकर) करके पुलिस तक अपना मैसेज भेज सकेंगी।
राज्य महिला आयोग ने नई पहल करते हुए धनतेरस के शुभ मौके पर राजधानी की महिलाओं को महिला सुरक्षा के लिहाज से बड़ा तोहफा दिया है। डीओआईटी और पुलिस के सहयोग से तैयार किए गए। इस मोबाइल एप की ऐसी खूबियां हैं कि विपरीत परिस्थितियों में ये महिलाओं या छात्राओं के लिए खासा मददगार साबित हो सकेगा।
कैसे काम करेगा ये एप और कहां से कर सकते हैं डाउनलोड?
किसी अप्रिय घटना का अंदेशा हो तो छात्राओं को बस करना केवल इतना होगा कि अपने मोबाइल के पावर बटन को तीन बार दबाना होगा। इससे उनका मैसेज पुलिस तक पहुंच जाएगा। पुलिस फोरन उस लोकेशन तक पहुंचेगी. इस एप से जहां महिलाओं और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को बल मिलेगा। वहीं पुलिस की गिरफ्त में अपराधी जल्द आएंगे।
एप की लॉचिंग में महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने दावा किया कि देशभर में ये एक मात्र ऐसा मोबाइल एप है जो सिर्फ प्रदेश के महिला आयोग ने ही लांच किया है। इसके अलावा किसी अन्य राज्य में इस तरह का कोई एप नहीं है। हालांकि अभी ये मोबाइल एप सिर्फ राजधानी जयपुर में ही काम करेगा। प्रदेश के अन्य शहरों में जल्द ही इससे जोड़ा जाएगा।
अब आपको बताते हैं कि ये मोबाइल एप कैसे काम करेगा
अपने एंड्रोइड मोबाइल के प्ले स्टोर से आपको राज महिला सुरक्षा एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद आपका अकाउंट यूजर नेम और पासवर्ड एड करना होगा। एप स्टार्ट करने के साथ ही अगर किसी महिला या छात्रा को कोई मुसीबत होती है तो उसे मात्र आपातकाल की स्थिति में अपने मोबाइल के पावर बटन को सिर्फ तीन बार दबाना होगा या फिर ऐसी परिस्थिति में इस एप में मोबाइल को हिलाने पर इसका कैमरा चालू हो जाएगा और रिकॉर्डिग शुरू हो जाएगी। वहीं मोबाइल का कैमरा हर दस सैकंड में उस वक्त की सभी फोटो लेना शुरू कर देगा और ई-मेल की जरिए संबधित सूचना पुलिस तक पहुंचती रहेगी।
एप की खासियत ये भी है कि एप से पुलिस लोकेशन को ट्रेस कर आसानी से वहां तक पहुंच सकती है. इस एप के जरिए ना सिर्फ पुलिस को सूचना मिलेगी बल्कि यूजर इससे अपने परिजनों और आयोग तक भी जानकारी भेज सकेगा।
राज्य महिला आयोग के साथ ही सुरक्षा एप को लांचिंग के साथ ही इसमें बड़ी भूमिका पुलिस की भी है। पुलिस का भी दावा है कि एप के लिए पुलिस कर्मियों को खास ट्रेनिंग दी गई है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
यूं तो पुलिस की ओर से भी महिला सुरक्षा के लिए कई प्रकार की हेल्पलाइन है। मगर, महिला आयोग का ये मोबाइल एप क्या वाकई में महिलाओं को मुसीबत से निकाल पाएगा। ये तो आने वाले दिनों में पता चल रही जाएगा, लेकिन एप के साथ पुलिस कितनी सजगता दिखा पाएगी ये भी देखने वाली बात होगी।