लखनऊ- समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को 191 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया। लिस्ट जारी होने के साथ ही यह सवाल भी उठे कि क्या सीएम अखिलेश यादव ने दबाव की राजनीति के तहत उन सीटों पर प्रत्याशी घोेषित किए हैं, जहां कांग्रेस पहले से जीतती रही है।
कांग्रेस से सीटोें को लेकर अंतिम फैसला लेने से पहले मथुरा, खुर्जा, हापुड़, शामली और स्वार-टांडा से सपा ने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए, जबकि इन सीटों पर कांग्रेस के सिटिंग एमएलए काबिज हैं। मथुरा से कांग्रेस के प्रदीप माथुर तो चार बार जीत चुके हैं। इस बीच गठबंधन को लेकर निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का बयान सामने आया है।
कुंडा से निर्दलीय विधायक और सपा समर्थक राजा भैया ने कहा, “कांग्रेस से गठबंधन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव फैसला लेंगे, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि अकेले सपा को बहुमत हासिल करने के लिए हमारा काम ही काफ़ी है। ” राजा भैया ने ये भी बताया कि मुलायम सिंह यादव जल्द ही प्रचार के लिए निकलेंगे।
इसी बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर भी लखनऊ पहुंच चुके हैं। खबर है कि वह गठबंधन पर आखिरी फैसला लेने के लिए अखिलेश यादव से बात करेंगे।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। इस लिस्ट में कांग्रेस की जीती सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे हैं। लिस्ट आते ही चर्चा है कि कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
गठबंधन पर सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा का कहना है, कांग्रेस को 85 से ज्यादा सीटें नहीं दी जाएंगी। अमेठी की सीट सपा के पास ही रहेगी।