अजमेर- एनएसयूआर्इ पदाधिकारियो ने आज कलेक्ट्रेट चौराहे पर दोपहर राजकीय विधि महाविद्यालय की स्थार्इ मान्यता को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष दिव्येन्द्र सिंह जादौन ने बताया कि राजकीय विधि महाविद्यालय में करीब 400 छात्रा-छात्राओं को इस सत्र में अस्थार्इ रूप से प्रवेश दिया गया है।
परंतु अभी तक महाविद्यालय को बार कासिल ऑफ़ इंडिया से स्थार्इ रूप से मान्यता प्राप्त नहीं हुर्इ है। जिसके कारण अध्ययरत छात्रा-छात्राओं का भविष्य अन्धकार में नजर आ रहा है। और स्थार्इ मान्यता नहीं मिलने से मदस विश्वविद्यालय के द्वारा यह छात्रा-छात्राओं परीक्षा फार्म भी नहीं भर पा रहे है। और जल्द ही कॉलेज को स्थार्इ मान्यता नहीं मिलती है, तो अध्ययनरत सभी छात्रा-छात्राओं का पूरा साल खराब हो जाऐगा व यह छात्रा-छात्राओं को किसी अन्य परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे ।
विधि महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि पूर्व में भी स्थार्इ मान्यता को लेकर कलेक्टर महोदया व बार कासिल ऑफ़ इंडिया को भी कर्इ बार पत्र व ज्ञापन दिये जा चुके है। उसके बावजूद भी आज दिवस तक कॉलेज को स्थार्इ मान्यता प्राप्त नहीं हुर्इ है।
एनएसयूआर्इ के पूर्व प्रदेश सचिव र्इश्वर राजेरिया ने विरोध प्रकट करते हुए बताया कि अजमेर जिले से दो-दो मंत्री होते हुए भी शहर के एक मात्र सरकारी विधि महाविधालय को स्थार्इ मान्यता दिलाने में असमर्थ रहे है। जिसके चलते आज एनएसयूआर्इ संगठन के द्वारा सैकडो कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर व मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिस पर कलेक्टर ने जल्द ही विश्वविद्यालय को स्थार्इ मान्यता दिलाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष दिव्येन्द्र सिंह जादौन, छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र गुर्जर, पूर्व प्रदेश सचिव र्इश्वर राजोरिया, जगदीश गौरा, विजेन्द्र सिंह, जिला मंत्री अभिषेक सेमसन, सलमान खान, सम्राट खान, समीर खान, नन्दु बन्ना, सोनु मेघवंशी, विधानसभा अध्यक्ष धीरज सैनी, पूर्व राज नरूका, जयपाल, प्रवीण, नवीन सोनी, अली अजगर, तुषार चौधरी, समीर भटनागर, रियाज मोहम्मद आदि एनएसयूआर्इ कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपसिथत थे।
रिपोर्ट:- सुमीत कलसी