अलवर- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और सभी पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक स्तर पर आपस में सहयोग से काम कर रहे हैं।
गहलोत ने सर्किट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है और ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए कि वह गृह मंत्रालय के काम में अनावश्यक हस्तक्षेप न करें और अधिकारियों को दबाव रहित काम करने का मौका दिया जाना चाहिए ताकि अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की जन सुनवाई एक नाटक बना हुआ है और सरकार में किसी भी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहे हैं। राजस्थान की सार्वजनिक वितरण प्रणाली पूरी तरह असफल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस समय-समय पर जनहित के मामलों को उठाती है और जिस बहुमत से राज्य में भाजपा ने सरकार बनाई थी अब उसी लगन से उसे जनता के साथ किए गए वायदों को पूरा करना चाहिए।
भारत से निर्वासित उद्योगपति ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को अलवर क्रिकेट एसोसएशिन का अध्यक्ष बनाए जाने से जुड़े सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में क्रिकेट को लेकर जो माहौल बना हुआ है वह क्रिकेट प्रेमियों के लिए निराशा का कारण बनता जा रहा है। राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के आपसी झगड़े के कारण राज्य में क्रिकेट का भविष्य खराब हो रहा है।
रुचिर मोदी की अलवर के रास्ते हुई एंट्री को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ललित मोदी की एंट्री भी इसी तरह विवादास्पद तरीके से हुई थी। उन्होंने भी नागौर में ऐसा ही खेल खेला था जैसा खेल रुचिर मोदी के नाम पर अलवर में खेला गया है।
गहलोत ने आरोप लगाया कि ललित मोदी को राज्य की सरकार खासतौर से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पूरा संरक्षण प्राप्त है। भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में राज्य सरकार के मंत्री भी शामिल है और सरस डेयरी में भ्रष्टाचार का मामला काफी गंभीर है।