सुपरस्टार रजनीकांत के राजनीति में कदम रखने की अटकलें स्पष्ट होती दिख रही हैं। राजनीतिक मैदान में उतरने के इशारे खुद रजनीकांत ने दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे राजनीति में नए नहीं हैं, हां ऐलान में लेट हो गया है, लेकिन उनका खुले तौर पर सामने आने एक जीत की तरह होगा।
रजनीकांत ने कहा कि वे 31 दिसंबर को बड़ा ऐलान करेंगे। दरअसल, रजनीकांत इससे पहले कई बार राजनीति में आने के इशारे दे चुके हैं। हाल में उन्होंने कहा था कि मैं इस साल सितंबर-अक्टूबर में अपने फैन्स से मुलाकात करूंगा और जब भी मैं राजनीति में शामिल होने का फैसला लूंगा, तब सारे सवालों का जवाब दे दूंगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि रजनीकांत तमिलनाडु के लिए करिश्माई व्यक्तित्व है। यूं कहें तो रजनीकांत तमिल लोगों का ‘थलाइवा’ हैं।
मालूम हो कि इससे पहले रजनीकांत ने चेन्नई में फैंस की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा था कि राजनीति में अच्छे नेता मौजूद हैं, पर व्यवस्था में भ्रष्टाचार है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि यह उनके राजनीति में आने का उपयुक्त समय नहीं है। वे ये भी कह चुके है कि अगर ईश्वर की मर्जी होगी तो मैं राजनीति में आऊंगा। रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे।
उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, ‘मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी। अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो। जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा।’