नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के सचिव राजीव शुक्ला ने गुरुवार को कार्यकारी समिति की बैठक के बाद आधिकारिक तौर पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राजीव शुक्ला के साथ पांच अन्य पदाधिकारियों ने भी पद छोड़ दिया है। यह फैसला लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद लिया गया।
राजीव शुक्ला के इस्तीफा देने के बाद अब संयुक्त सचिव युद्धवीर सिंह कार्यवाहक सचिव के तौर पर काम देखेंगे। राजीव शुक्ला के अलावा कोषाध्यक्ष केएन टंडन, संघ के उपाध्यक्ष ताहिर हसन, एमएम मिश्रा, बीसी जैन और संयुक्त सचिव शुहैब अहमद भी अपने पद से हट गए हैं। संघ के दूसरे संयुक्त सचिव रियासत अली को कार्यवाहक कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
गौरतलब है कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक, नौ साल से ज्यादा कार्यकाल वाले पदाधिकारी अपने पद पर नहीं रह सकते. इसके अलावा, 70 साल से ऊपर वाले को भी पद मुक्त किये जाने की सिफारिश की गई है। शुक्ला और जैन ने अधिकतम नौ साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, जबकि अन्य सभी 70 साल के ऊपर के हैं, लिहाजा वे अपने पद पर बने नहीं रह सकते।
सचिव पद से इस्तीफे के बाद राजीव अब यूपीसीए में सिर्फ निदेशक की भूमिका रह गए हैं। शुक्ला ने कहा कि वार्षिक आम सभा में चुनाव के बाद नए सिरे से कार्यसमिति का गठन होगा। इसके बाद जल्द ही खाली पदों चुनाव या बैठक कर भरा जाएगा। [एजेंसी]