नई दिल्ली- केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि इशरत जहां एनकाउंटर मामले से जुड़े अहम दस्तावेज गृह मंत्रालय से गायब हो गए हैं। राजनाथ ने इशरत जहां मामले में लोकसभा में सरकार की ओर से जवाब देते हुए कहा, “साल 2009 में तत्कालीन गृह सचिव की ओर से अटॉर्नी जनरल को लिखे दो पत्र गुम हो गए हैं। तत्कालीन अटॉर्नी जनरल ने मामले से जुड़े दो हलफनामों की जांच करवाई थी। वह भी उपलब्ध नहीं है।”
राजनाथ ने तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि उन हलफनामों में तत्कालीन गृह मंत्री के हस्तक्षेप पर परिवर्तन कराए गए थे।
गौरतलब है कि 15 जून 2004 को इशरत जहां, जावेद शेख, अमजद राणा और जीशान जौहर नाम के चार कथित आतंकियों को अहमदाबाद में हुए एक एनकाउंटर में मार गिराया गया था। एनकाउंटर के संबंध में गुजरात पुलिस के इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट ने खुलासा किया था कि ये सभी लश्कर-ए-तैयबा के टेररिस्ट थे, जो गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी की हत्या करने आए थे। कांग्रेस ने गुजरात सरकार पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया था।