जेल में बंद बलात्कारी बाबा राम रहीम सिंह की मुंहबोली बेटी को अंबाला जिला कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने शुक्रवार को हनीप्रीत और उसकी साथी सुखदीप कौर को 23 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया दिया है। हनीप्रीत और सुखदीप अब अंबाला जेल मे रहेंगी।
पुलिस ने जिला कोर्ट को बताया कि हनीप्रीत के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है। हालांकि, उसके पास से कोई लेपटॉप नहीं मिला। हनीप्रीत को पहले कोर्ट ने पुलिस रिमांड में भेजा था। लेकिन रिमांड में हनीप्रीत पुलिस का सहयोग नहीं कर रही थी। पुलिस हनीप्रीत का मोबाइल तलाश रही थी।
सूत्रों का मानना है कि हनीप्रीत के मोबाइल में डेरा प्रमुख राम रहीम के कई राज छुपे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि पुलिस ने वह फोन बरामद कर लिया तो उससे कई साजिशों का पर्दाफाश होगा।
राम रहीम को सजा मिलने के बाद हनीप्रीत फरार हो गई थी। उसके बाद पुलिस ने उसे 38 दिनों के बाद गिरफ्तार किया था। पुलिस 38 दिनों तक उसे नेपाल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ढूंढ़ रही थी। उसके बाद उसे पंजाब से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के अगले दिन उसे कोर्ट में पेश किया गयां, जहां से उसे 6 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया था।
हनीप्रीत पर पंचकूला में हिंसा फैलाने के अलावा कई मामलों के आरोप हैं। रिमांड के दौरान पुलिस ने उससे कई मामलों में पूछताछ की। हालही में रिपोर्ट आई थीं कि हनीप्रीत ने पंचकूला में राम रहीम को बलात्कारी करार दिए जाने वाले दिन हिंसा फैलाने की बात स्वीकार की है।
बता दें, गुरमीत राम रहीम को दोहरे दुष्कर्म मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद भड़की हिंसा के संबंध में डेरा सच्चा सौदा अध्यक्ष विपासना इसां शुक्रवार को हरियाणा पुलिस के एक विशेष जांच दल के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुईं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विपासना सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय से शुक्रवार को यहां पहुंची। पंचकूला पुलिस ने पूछताछ के लिए उन्हें तलब किया था।
अधिकारी ने बताया कि वह कल ही यहां आने वाली थीं लेकिन नहीं आ पाईं। इसके बाद सिरसा सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम कल डेरा मुख्यालय उनकी जांच के लिए भेजी गई, जिन्होंने बताया कि वह यात्रा करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। पुलिस ने बताया कि डॉक्टरों की तरफ से सहमति जताने के बाद विपासना को एसआईटी के समक्ष आज पेश होने के लिए तलब किया गया।