नौ नवंबर, 2019 को उच्चतम न्यायालय ने विवादित भूमि को लेकर फैसला सुनाया था। अपने फैसले में अदालत ने विवादित जमीन को राम लला को सौंप दिया था।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करेंगे। इसके बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि बाबरी मस्जिद थी और रहेगी।
ओवैसी ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा, ‘बाबरी मस्जिद थी और रहेगी। इंशाअल्लाह।’ अपने ट्वीट के साथ उन्होंने बाबरी मस्जिद और बाबरी मस्जिद विध्वंस की एक-एक तस्वीर साझा की है।
बता दें कि नौ नवंबर, 2019 को उच्चतम न्यायालय ने विवादित भूमि को लेकर फैसला सुनाया था। अपने फैसले में अदालत ने विवादित जमीन को राम लला को सौंप दिया था।
साथ ही सरकार को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था।
एक दिन पहले मंगलवार को लोकसभा सांसद ओवैसी ने प्रियंका गांधी के बयान पर पलटवार किया था।
उन्होंने प्रियंका के बयान पर कहा था, ‘खुशी है कि वो अब नाटक नहीं कर रही हैं। कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा को गले लगाना चाहती हैं तो ठीक है, लेकिन भाईचारे के मुद्दे पर वो खोखली बातें क्यों करती हैं।’
दरअसल प्रियंका ने भूमिपूजन के कार्यक्रम का समर्थन करते हुए था कि राम सबमें हैं। उन्होंने कहा था कि भगवान राम सबमें हैं और सबके हैं। ऐसे में पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए होने जा रहा भूमि पूजन राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बनना चाहिए।
गांधी ने एक बयान में कहा था कि दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप है। भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्षों से हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलोकित है। सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु। राम नाम का सार है।