लखनऊ: शिवसेना के नेता व राजसभा सांसद संजय राउत आजकल लगातार अयोध्या के दौरे पर है। उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर संजय रावत ने आज लखनऊ में मुख्य सचिव व उत्तर प्रदेश के डीजीपी से मुलाकात की। यहां आयोजित एक प्रेस वार्ता में संजय रावत ने उद्धव के अयोध्या आगमन का पूरा कार्यक्रम डिस्कस किया।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का 24 नवंबर को दोपहर 01:30 बजे अयोध्या में आगमन होगा, उसी दिन 3 बजे लक्ष्मण किला में आयोजित धार्मिक आयोजन ‘आशीर्वाद’ में शामिल होंगे जहां महंत नृत्यगोपाल दास भी उस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे, इस कार्यक्रम का मुख्य आयोजन कर्ता पंडित अमरनाथ मिश्रा होंगे। शाम 05:30 बजे सरयू आरती करने का तय कार्यक्रम है ।
25 नवंबर को सुबह 09:30 बजे उद्धव ठाकरे रामलला के दर्शन करेंगे, उसके बाद फैजाबाद के गुलालवाड़ी में महाराष्ट्र, गुजरात, यूपी और अन्य राज्यों से आए शिवसेना समर्थकों से जनसंवाद करेंगे, ये रैली नही होगी बल्कि राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर जनता से सीधे बातचीत होगी ।
यात्रा का उद्देश्य है कि जल्द से जल्द अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो, 25 साल पहले के आंदोलन में भी बाला साहब ठाकरे ने सक्रिय भूमिका निभाई थी ।
शिवसेना का मानना है कि 2019 से पहले केन्द्र सरकार राम मंदिर का निर्माण शुरू करें, ये आस्था का विषय है, कोर्ट के फैसले का विषय नही है ।2019 के चुनाव से पहले राम मंदिर चुनाव प्रचार का मुद्दा नही होना चाहिए, ऐसा उद्धव ठाकरे का मानना है।
संजय राउत साफ कहा कि राम मंदिर जुमला नहीं है आस्था का प्रश्न है, राष्ट्रीय अस्मिता का मामला है, किसी भी पार्टी के नेता हमारे कार्यक्रम को लेकर क्या कमेंट करेंगे हमे मतलब नहीं, हिंदुत्व के लिए वीर सावरकर और बाला साहेब जाने जाते हैं, बीजेपी को राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए, पहले लोकसभा से पास करें, बाद में राज्यसभा में देखेंगे, बाबरी का ढांचा अगर शिवसेना नहीं गिराती तो आज मुद्दा भी नहीं होता, मैं खुद अयोध्या गया था और मुद्दई इकबाल अंसारी से भी मिला था, हम दहशत फैलाने का काम नहीं करते, योगी और मोदी मंदिर बनाना चाहते हैं तो हम मंदिर बनाने में पूरा सहयोग करेंगे ।
@शाश्वत तिवारी