लखनऊ: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद सुब्रमण्यम स्वामी गुरुवार को लखनऊ पहुंचे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में उसी स्थान पर बनेगा, जहां पर राम लला विराजमान हैं। ‘सुप्रीम कोर्ट में चल रहा मामला जल्द हल होगा, जिसमें हम जीतेंगे। इसके लिए मैं मुस्लिमों से किसी तरह की अपील नहीं करूंगा।’
स्वामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की, लेकिन क्या बातें हुईं, इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद स्वामी ने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर कहा कि राम मंदिर का निर्माण राम जन्मभूमि पर ही हो सकता है। मस्जिद कहीं भी बन सकती है।
उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण को लेकर मैं मुस्लिमों से अपील नहीं करूंगा, बल्कि होश में आने को कहूंगा। मुस्लिम देशों में भी मस्जिद को अपनी जरूरत के हिसाब से शिफ्ट कर दिया जाता है। पैगम्बर मोहम्मद साहब से जुड़ी मक्का में बनी मस्जिद को भी तोड़ा जा चुका है।”
आसाराम बापू को निर्दोष बताने वाले स्वामी ने कहा कि मुसलमान चाहें तो कहीं और मस्जिद मना लें। उन्होंने कहा, “दरअसल सुन्नी वक्फ बोर्ड मस्जिद के लिए नहीं, प्रॉपर्टी के लिए केस लड़ रहा है। लेकिन मैं प्रॉपर्टी के लिए नहीं लड़ रहा हूं। मंदिर के लिए लड़ना मेरा मूलभूत अधिकार है। इसलिए पहले मेरी याचिका पर फैसला होने वाला है, जिसमें हमें ही जीत मिलेगी।”
उन्होंने यह भी कहा, “संसद के जरिए राम मंदिर निर्माण पर अमित शाह से सवाल कीजिए। मैंने अशोक सिंघल को रामसेतु बचाने का वचन दिया और उसे पूरा किया। राम मंदिर को भी बचाकर अशोक सिंघल को दिया वचन पूरा करूंगा। राम मंदिर निर्माण से जुड़े सभी तथ्य मेरे पक्ष में हैं।”