नई दिल्ली – केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने संविधान दिवस के अवसर पर लोकसभा में कहा कि राम मंदिर था, राम मंदिर है और राम मंदिर बनेगा। उन्होंने समान नागरिक संहिता भी लागू करने की मांग की और जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 पर भी सवाल उठाया। गहलोत ने दावा किया कि संविधान की रचना करने वाले बाबा साहब भी इसके पक्ष में नहीं थे।
गहलोत ने विवादास्पद बाबरी मस्जिद ढांचा गिराए जाने की घटना के बारे में कहा कि उस समय उत्तरप्रदेश सहित भाजपा शासित अन्य राज्य सरकारों को भंग कर दिया गया जो संविधान की भावना के खिलाफ कार्रवाई थी। गौरतलब है कि लोकसभ्भा में संविधान दिवस पर दो दिवसीय विशेष चर्चा चल रही है। इसमें हस्तक्षेप करते हुए गहलोत ने कहा कि संविधान की भावना का ठीक ढंग से पालन करने के लिए समान नागरिक संहिता लागू होन चाहिए। उच्चतम न्यायालय ने ऐसा ही फैसला दिया है।
इसके अलावा गहलोत ने राजीव गांधी सरकार पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उस समय शाह बानो मामले में संविधान की मूल भावना का हनन किया गया। उन्होंने दावा किया कि अंबेडकर अनुच्छेद 370 के पक्ष में नहीं थे। अगर जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंक है तब संसद के सभी कानून उस राज्य पर लागू क्यों नहीं होते।