पूर्व बीजेपी सांसद व राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती ने शुक्रवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर बयान दिया।
उन्होंने कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा नहीं है और सभी पक्षों को साथ लाकर जल्द ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री अनुपमा जायसवाल के घर पहुंचे वेदांती ने कहा, “अब हम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार नहीं करेंगे। 6 दिसम्बर से पहले हम मंदिर निर्माण शुरू कर देंगे। कोर्ट के फैसले में न जाने कितना वक्त लगे, मंदिर मोदी और योगी ही बनाएंगे।”
वेदांती ने कहा, “25 जून को जब योगी आदित्यनाथ जी अयोध्या आए थे तो मैंने कहा था कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कोर्ट का निर्णय कब आएगा, इसका कोई ठिकाना नहीं है। कोर्ट लाखों वर्ष लगा सकता है। किसी भी पक्ष कोई दिक्कत होती है तो वह दरख्वास्त दे देता है और तारीख टल जाती है। कोर्ट से कोई आशा नहीं है।
कोर्ट से आज तक कोई काम हुआ है नहीं। इसलिए बिना कोर्ट के आपसे सहमति और साम्प्रदायिक सौहार्द के आधार पर मंदिर का निर्माण शुरू होगा।”
वेदांती ने आगे कहा, “हिन्दू और मुस्लिम मिलकर अयोध्या में जहां रामलला विराजमान है, वहां राम मंदिर बनाएंगे। मुस्लिम भाई चाहें तो अयोध्या से बाहर लखनऊ में या जहां भी वे कहें, मस्जिद बना देंगे। लेकिन मस्जिद बाबर के नाम पर नहीं होगी।
बाबर आतंकी था। इस्लाम के नाम पर, कुरान की आयतों के नाम पर मस्जिद का निर्माण होता है तो हम समर्थन करेंगे। लेकिन बाबर के नाम पर नहीं। बाबर लूटेरा था। उसने मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च सभी को तोड़ा। भारत को लूटने के लिए आया था।”