बाबा राम रहीम के बाद अब हरियाणा की एक कोर्ट कथित बाबा रामपाल पर फैसला सुनाने वाली है। रामपाल पर दो क्रिमिनल केस हैं। राम रहीम के मामले में तो उसके दोषी घोषित होने के बाद हिंसा हुई लेकिन रामपाल को तो पकड़ना भी पुलिस के लिए आसान नहीं था। बात 2014 की है।
एक क्रिमिनल केस में रामपाल को 43 बार कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा जा चुका था लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस हिसार के बरवाला वाले आश्रम पहुंची थी। वह जगह चंडीगढ़ से 200 किलोमीटर दूर है। वहां बाबा के 15,000 समर्थक मौजूद थे जिन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस अंदर नहीं जा पा रही थी।
लगभग दो हफ्ते तक बड़े से गेट से बंद आश्रम के पीछे लोग छिपे रहे। फिर पुलिस ने वहां बिजली और पानी की सप्लाई काट दी। उसके बाद जब खाना खत्म होने लगा तब लोग धीरे-धीरे बाहर आने लगे। कई लोगों का तो कहना था कि उनको अंदर कैद कर लिया गया था और मानव ढाल की तरह इस्तेमाल किया गया था।
पूरी घटना में 200 लोग जख्मी हुए थे। छह लोग मारे गए थे। जिसमें पांच महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल था। रामपाल के समर्थकों ने अंदर से पुलिस पर गोलियां, पत्थर सब चलाए थे। पेट्रोल बम और एसिड बम भी फेंके गए थे।
रामपाल फिलहाल जेल में है। उसे 2014 में गिरफ्तार किया गया था। 67 साल के रामपाल पर मर्डर का भी एक केस है। रामपाल पर 11 साल पहले एक साजिश रचने का आरोप है। जिसमें उसके एक समर्थक ने रोहतक में गांववालों पर गोलियां चला दी थीं। जिसमें एक की मौत हो गई थी और कई जख्मी हो गए थे। खट्टर सरकार आने के बाद पहली बार राज्य में ऐसी घटना हुई थी। इसपर बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी।
पढ़िए रामपाल पर फैसले से जुड़ी लाइव अपडेट:
-रामपाल जब पकड़े गए थे तब उनके आश्रम से प्रेग्नेंसी किट आदि भी बरामद किए गए थे।
-रामपाल पहले इंजीनियर था। बाद में वह बाबा बन गया।
-रामपाल पर फैसला आने से पहले भी हरियाणा में धारा 144 लगाई गई।