नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुस्लिमों को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिसके चलते एक नई बहस शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लिए मुसलमान वोट नहीं करते हैं लेकिन सरकार ने उन्हें पर्याप्त इज्जत दी है।
रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि ‘हमें कभी मुस्लिम वोट नहीं मिलते। हम इस बात को पूरी स्पष्टता से स्वीकार करते हैं, लेकिन हमने उन्हें पूरी पवित्रता से स्वीकर किया है या नहीं?’ उन्होंने कहा कि भाजपा के 13 मुख्यमंत्री हैं। हम देश पर शासन कर रहे हैं। क्या हमने किसी नौकरीपेशा या व्यापार करने वाले सज्जन मुसलमान को प्रताड़ित किया है? क्या हमने उन्हें काम से हटाया है।
रविशंकर प्रसाद विकास का संस्कृति और विभिन्नता पर प्रभाव के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत की विविधता और संस्कृति को सलाम करते हैं। इसे देखने के दो तरीके हैं। आज मैं बहुत बेबाकी से यह कहता हूं कि लंबे समय से हमारे खिलाफ अभियान चलाए गए हैं। लेकिन आज हम यहां हैं क्योंकि भारत की जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है।
आइटी मंत्री होने के नाते रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह बहुत से मुस्लिम बहुसंख्यक गांवों में गए हैं। वहां बहुत से मुस्लिम युवक कॉमन सर्विस सेंटर चला रहे हैं। इससे लोगों को इंटरनेट के जरिए सरकारी सेवाएं हासिल करने में मदद मिलती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जलपाईगुड़ी दौरे में मिले एक मुस्लिम चाय बागान श्रमिक करीमुल्ला हक का जिक्र किया। हक ने समाजसेवा का एक लाजवाब काम किया है। उन्होंने एक मोटरसाइकिल को एम्बुलेंस में बदल दिया है। वह बीमार लोगों को अस्पताल ले जाती है। इस अनूठे योगदान से अब तक 2000 से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकी है।