नई दिल्ली- केन्द्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को देश में 500 और 1000 की नोट को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। इस फैसले के बाद सरकार जमीनी दिक्कतों को देखते हुए आए दिन नए फैसले दे रही और पुराने फैसलों को बदल रही है। 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से परेशान करेंट एकाउंट (चालू खाता) धारकों को आरबीआई ने थोड़ी राहत दी है। अब वह एक सप्ताह में 50 हजार रुपये तक निकाल सकेंगे। इसके लिए खाता कम से कम तीन महीने पुराना और लगातार चलन में होना अनिवार्य है।
जानिए सोमवार, 21 नवंबर को रिजर्व बैंक से जारी नए फैसले और निर्देश के साथ-साथ बीते दिनों नोटबंदी पर पूरा अपडेट।
1. 500 की नोट से बीज खरीद सकते हैं किसान
सरकार ने निजी और सार्वजनिक उपक्रम केन्द्रों से किसानों को बीज खरीदने के लिये पुराने 500 रुपये का नोट चलाने की अनुमति दे दी है।
2. नकली नहीं हैं 10 रुपये के सिक्के
रिजर्व बैंक ने दस रुपये के नकली सिक्के के परिचालन में होने की झूठी अफवाह को खारिज किया है। रिजर्व बैंक ने लागों से ऐसी झूठी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा है। केंद्रीय बैंक ने लोगों को सभी प्रकार के सौदों में बिना किसी झिझक के इन सिक्कों को स्वीकार करने को कहा है।
3. एटीएम से निसी पर नया निर्देश
उन एटीएम में जहां 2000 रुपये की नई नोट उपलब्ध हैं, ग्राहक 2500 रुपये तक निकाल सकता है। वहीं जिन एटीएम में सिर्फ 100 और 50 की नोट उपलब्ध हैं से सिर्फ 2000 रुपये प्रतिदिन निकाले जा सकते हैं।
4. कारोबारियों को सहूलियत
करेंट अकाउंट की तर्ज पर अब ओवरड्राफ्ट और कैश क्रेडिट अकाउंट से भी कारोबारी प्रति सप्ताह 50,000 रुपये तक कैश निकाल सकते हैं। यह रकम 2000 रुपये की करेंसी में दी जाने की प्राथमिकता है। रिजर्व बैंक ने पुराने बड़े नोटों को चलन से हटाने के मद्देनजर बैंकों के पुराने फंसे कर्ज वर्गीकरण के नियमों में फेरबदल किया।
5. छोटे कर्जदारों को ईएमआई देने में छूट
रिजर्व बैंक ने देश में छोटे कर्जदारों को 1 नवंबर 2016 और 1 दिसंबर 2016 को अदा की जाने वाली ईएमआई के लिए 60 अतिरिक्त दिनों का समय दिया है। यह छूट बैंकों से लिए गए एक करोड़ रुपये से कम कर्ज पर मिलेगी।
करेंसी की अदला-बदली
रिजर्व बैंक ने कहा कि 10 नवंबर के बाद से अब तक बैंकों के काउंटर और एटीएम के जरिये 1.03 लाख करोड़ रुपये की नकदी निकाली जा चुकी है।
नोटबंदी के बाद से लोगों ने बैंकों में 5.11 लाख करोड़ रुपये जमा कराये हैं जबकि 10 नवंबर से 33 हजार करोड़ रुपये के नोट बदले गये हैं। [एजेंसी]