नई दिल्ली- वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने बताया कि आईएमएफ के आंकड़ों के अनुसार हमारे देश का वित्तीय घाटा जी20 देशों में सबसे अधिक है, जो 2016-17 में जीडीपी का 6.4 फीसदी है। इस घाटे में राज्य और केन्द्र दोनों सरकारों का घाटा शामिल है। उर्जित पटेल ने राज्य और केन्द्र सरकार से इस कर्ज के स्तर पर ध्यान रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का बढ़ता कर्ज भी भारत को अच्छी रेटिंग दिलाने की राह में रोड़ा है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा है कि भारत के लिए अच्छी पॉलिसी बनाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने 4 फीसदी इंफ्लेशन का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 6 सदस्यीय मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी को कह भी दिया गया है। उर्जित पटेल बोले- हम जी20 और बीसीबीएस के सदस्य हैं, ऐसे में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे बैंक अंतरराष्ट्रीय पूंजी मानकों के अनुसार काम करें। उर्जित पटेल ने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक अच्छी पॉलिसी बनाने की दिशा में लगातार काम करता रहेगा।
मंगलवार को वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में पीएम मोदी ने भी कई अहम बातें कही थीं। उन्होंने कहा था कि मेक इन इंडिया भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बन चुका है। उन्होंने सभी पार्टनर देशों को, खासकर जापान और कनाडा को, धन्यवाद कहा। वह बोले हमारा विजन और मिशन देश की इकोनॉमी और पॉलिसी की एक मिसाल कायम करना है। इसमें डिजिटल तकनीक ने मुख्य भूमिका निभाई है। मैंने अक्सर ही कहा है कि ई-गवर्नेंस काफी आसान और इफेक्टिव गवर्नेंस है। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा भरोसा कीजिए, हम जल्द ही दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल इकोनॉमी बन जाएंगे। हम दुनिया में छठी सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग देश बन गए हैं। हम पर्यटन को भी एक बड़े स्तर पर प्रोत्साहन देना चाहते हैं। [एजेंसी]