नई दिल्ली- सवाल वाकई बहुत पेचीदा है। आखिर SBI और ICICI बैक में ऐसे क्या है जो और किसी के पास नहीं है। आखिर क्यों इन्ही दोनों बैंको को RBI देश की वित्तीय प्रणाली को स्थिर रखने और आगे बढ़ाने के लिए जरूरी मानता है। इसका जवाब खुद RBI ने दिया है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने SBI और ICICI दोनों को दूसरी बार डी-एसआईबीएस का दर्जा दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को एक बार फिर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और आईसीआईसीआई बैंक को देश की वित्तीय प्रणाली की स्थिरता के दो सबसे ‘घरेलू प्रणालीबद्ध महत्वपूर्ण बैंक’ बताया है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान जारी कर कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक ने एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक की पहचान 2016 में घरेलू प्रणालीबद्ध महत्वपूर्ण बैंक (डी-एसआईबीएस) के रूप में की है।” इन दोनों बैंकों को आरबीआई ने दूसरी बार डी-एसआईबीएस का नाम दिया है।
इसका मतलब यह है कि ये बैंक काफी बड़े हैं और विफल नहीं हो सकते तथा उनका कामकाज भारतीय वित्तीय प्रणाली का महत्वपूर्ण अंग है और अगर ये विफल होते हैं तो देश की वित्तीय प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी। इन दोनों बैंको को एसबीआई ने साल 2015 में पहली बार डी-एसआईबीएस माना था। आगे बैंक की योजना डी-एसआईबीएस के तहत 4-6 बैंकों के नाम की घोषणा करने की है। [एजेंसी]