बुरहानपुर – पुलिस के हत्थे अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन ऐसे सदस्य चढे है जो धार्मिक स्थलों पर आर्थिक रूप से परेशान लोगों को अपना निशाना बना कर उन्हें असली नोटों के बदले चार गुना नकली नोट देने का लालच देकर ठगते थे। लेकिन पहली बार गिरोह के सदस्य अपने शिकार को नकली नोट की बजाए असली नोट देते थे। उनके शिकार की लालच बढ जाने पर पीडित गिरोह के अधिक राशी देकर चार गुना राशी की मांग करता है। लेकिन इस बार यह गिरोह पीडित से बडी रकम ऐंठ कर उन्हें बदले में नकली नोट की बजाए एक कार्टून में रद्दी भर कर देता था।
मप्र के सनावद निवासी भागीरथ भी इस गिरोह का शिकार हुआ उसने इसकी शिकायत शाहपुर पुलिस को की। पुलिस ने सूझबूझ से मप्र महाराष्ट्र बार्डर पर एक धाबे पर गिरोह को नोट की खेप देने के लिए बुलवाया और पुलिस ने सादी वर्दी में आर्थिक रूप से कमजोर बनकर गिरोह के पास गए और घेराबंद कर गिरोह के तीन सदस्यों को एक चार पहिया वाहन दो कार्टून जिसमें वह अपने शिकार को नोट भरे होने का झांसा दिया करते थे जप्त किया। गिरोह का सरगना महाराष्ट्र का आकोला निवासी शेषराव पांडूरंग राठौर है जो पेशे से होमियोपेथी डॉक्टर है।
दो अन्य सदस्य बिस्मिलाह शेख रहमान, मुबीन शेख रहमान दोनो महाराष्ट्र के बुलढाना जिले के शेगांव के है। पुलिसिया पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने इसी तरह की ठगी महाराष्ट्र के भुसावल आकोला पूर्णा आदि शहर में करना कबूल किया है। जिसकी सूचना महाराष्ट्र पुलिस को दी जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चारसौबीसी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर ली है। बुरहानपुर पुलिस इसे एक अच्छी सफलता मान रही है।