नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में हुए पहले ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव में करीब 100 फीसदी मतदान हुआ है। गौरतलब है कि आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद यह चुनाव कराए जाने विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही थीं और उन्होंने चुनाव में हिस्सा भी नहीं लिया है। इस चुनाव में राज्य में करीब 26 हजार से ज्यादा वोटर हैं, ऐसे में करीब 100 प्रतिशत वोटिंग होना बड़ी बात मानी जा सकती है। बता दें कि इस चुनाव में राज्य के सभी पंच-सरपंचों को ही वोटिंग का अधिकार मिला है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) शैलेंद्र कुमार के मुताबिक, “जम्मू-कश्मीर में 98.3 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।” यह चुनाव ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) के अध्यक्षों को चुनने के लिए आयोजित किया गया है। इस चुनाव में सबसे रिकॉर्ड पोलिंग श्रीनगर जिले में दर्ज की गई है, जहां 100 फीसदी मतदान हुआ है, उसके बाद रियासी का स्थान है जहां 99.7 फीसदी और जम्मू में 99.5 फीसदी वोटिंग हुई है।
राज्य के 310 ब्लॉक में आयोजित हुए इस चुनाव में कुल 1,092 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 27 निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं। बीडीसी के चुनाव के लिए राज्य में कुल 26,629 मतदाता (पंच-सरपंच) थे, जिनमें 18,316 पुरुष और 8,313 महिलाएं शामिल हैं, इन्हें बीडीसी अध्यक्षों को चुनने का अधिकार मिला था। अब नतीजे आने के बाद पता चलेगा कि इन्होंने क्या जनादेश सुनाया है।
गौरतलब है कि कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद हुए इस चुनाव का राज्य की कुछ प्रमुख सियासी पार्टियां विरोध कर रही थीं। इसमें कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जैसी पार्टियां शामिल हैं, जिन्होंने राज्य में पहली बार आयोजित बीडीसी चुनाव का बहिष्कार किया है। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।