टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशन (RCom) जल्द ही अपने कस्टमर्स को एक बड़ी सौगात देने वाली है. इसके तहत अनिल अंबानी की कंपनी ना केवल रिलायंस यूजर्स को 4G नेटवर्क के साथ 20 गुना सस्ता डाटा मुहैया कराएगी बल्कि महज 93 रुपये में 10GB 4G डाटा पैक भी देगी.
जी हां! भारतीय टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशन अलगे सप्ताह से जियो सर्विस के तहत सिर्फ 93 रुपये में 10GB 4G डेटा देगी. फिलहाल यह डाटा ऑफर सिर्फ CDMA कस्टमर्स के लिए चुनिंदा सर्किल्स में ही उपलब्ध होगा.
खबरों की मानें तो रिलायंस कम्यूनिकेशन अगले सप्ताह से जियो सर्विस के तहत अपने सीडीएमए कस्टमर्स को 4G सर्विस देना शुरू करेगा. इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि यह ऑफर सिर्फ उन सीडीएमए कस्टमर्स को ही मिलेगा जिन्होंने पहले से 4G सर्विस के लिए अपग्रेड किया है.
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम के साथ रिलायंस कम्यूनिकेशन ने जो आंकड़े शेयर किए हैं उनके मुताबिक 8 मिलियन रिलायंस CDMA कस्टमर्स में से 90 फीसदी ने 4G सर्विस के लिए अपग्रेड कराया है.
रिलायंस कम्यूनिकेशन की ऑफिशियल वेबसाइट ने पर पब्लिश की गई जानकारी के मुताबिक कंपनी 10GB तक 4G डाटा 93 रुपये की शुरुआती कीमत से देगी. हालांकि यह कई राज्यों में ये डाटा 97 रुपये में भी मिल सकता है.
अगले सप्ताह से जियो के नेटवर्क का करेगी इस्तेमाल RCom
रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) की हाई-स्पीड डाटा सेवा के ग्राहकों को अगले सप्ताह से रिलायंस जियो इनफोकॉम के 4जी नेटवर्क पर सेवाल मिलेगी. दूरसंचार विभाग को बुधवार को लिखे गए एक पत्र में कंपनी ने कहा कि शुरू में नेटवर्क स्थानांतरण मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, गुजरात और आंध्र प्रदेश जैसे 12 प्रमुख सर्किलों में होगा.
सूत्रों के मुताबिक, “प्रथम चरण के सात अन्य सर्किलों में हैं महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश पूर्व, उत्तर प्रदेश (पश्चिम), ओडिशा, मध्य प्रदेश और बिहार. आरकॉम के ग्राहक मध्य जुलाई से छह और सर्किलों में 4जी एलटीई नेटवर्क पर सेवा हासिल करेंगे.”
सरकार को पहले लिखे गए एक अन्य पत्र में कंपनी ने कहा था कि मई 2016 से वह अपने सीडीएमए ग्राहकों को 4जी एलटीई नेटवर्क पर स्थानांतरित करना शुरू करेगी.
कंपनी जियो के साथ हुए साझेदारी समझौते के तहत उदारीकृत किए गए 800 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम का उपयोग कर नेटवर्क को 4जी में स्थानांतरित करेगी.
जनवरी में दोनों अंबानी बंधुओं -मुकेश और अनिल- आरकॉम और जियो ने पूरे देश में 800 मेगाहट्र्ज बैंड में रेडियो फ्रिक्वेंसी स्पेक्ट्रम के व्यापार और साझेदारी के लिए समझौता करने की घोषणा की थी.
कंपनी ने पहले ही 6,600 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर 20 सर्किलों में अपने 850 मेगाहट्र्ज बैंड स्पेक्ट्रम का उदारीकरण कर लिया है.