रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (आरआईएल) ने मंगलवार को कहा कि उसने 10-वर्षीय बांड की बिक्री से 80 करोड़ डॉलर जुटाए हैं, जो मूडीज द्वारा पिछले हफ्ते भारत की संप्रभु रेटिंग में 14 साल के बाद सुधार करने के बाद पहली पेशकश है।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली आरआईएल ने यहां एक बयान में कहा कि ये बांड्स 3.66 फीसदी ब्याज दर पर जारी किए गए हैं। दस वर्षीय बांड्स किसी भारतीय कॉरपोरेट कंपनी द्वारा दिया जानेवाला यह सबसे न्यूनतम ब्याज दर है।
बयान में कहा गया, दस वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी नोट के मुकाबले इस बांड पर 1.33 प्रतिशत ब्याज अधिक है। इस पर 3.66 प्रतिशत का स्थिर वार्षिक ब्याज तय किया गया है। इसका भुगतान छमाही आधार पर किया जाएगा।
आरआईएल इस रकम का इस्तेमाल अपने मौजूदा कर्ज के पुर्नवित्त के लिए करती है। भारत की सबसे बड़ी कंपनी पर कुल 12 अरब डॉलर (75,000 करोड़ रुपये) का कर्ज है, जिसका एक बड़ा हिस्सा अगले साल परिपक्व होगा।
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