फतेहपुर- प्यास की सिद्दत से कुछ इस कदर तड़प रहे इन पशु पक्षियों से यह जरूर अंदाजा लगाया जा सकता है, कि अधिकारी कितना और कहाँ तक शासनादेशों का पालन कर रहे है। भले ही शासन ने अपने अधिनस्त अधिकारिओ को एक शासनादेश क्यों न ही जारी किया हो कि जितने भी तालाब सूखे पड़े हुए है, उन सब तालाबों में पानी भरवाया जाए ताकि प्यास से तड़प रहे इन पशु पक्षियों के पानी पीने की समस्या को दूर किया जा सके। लेकिन जिम्मेदार अधिकारिओ ने शासनादेश को ताख में रखकर अपने मनमुताबिक कार्यो को अंजाम देने में मशगूल है।
यह मामला फतेहपुर जिले के खागा तहसील के ऐरायां ब्लॉक का है। ऐरायां ब्लॉक में ऐसे तमाम ग्राम सभा है जहां पर हजारो की तादाद में तालाब सूखे पड़े हुए है। इन तालाबो में पानी भरवाए जाने के लिए सरकार की तरफ से हर ग्राम सभा के प्रधानों को मानक के अनुसार पैसा दिया जाता। ताकि हर तालाबों में पानी भरवाया जाए जिसके चलते पानी की किल्लत झेल रहे पशु पक्षी को इस मुसीबत से निजात मिल सके। लेकिन जिलाधिकारी के आदेशों व निर्देशों के बाद भी अभी तक तालाबों में पानी नहीं भरवाए जाने में लापरवाही हो रही है शायद ऐसा लग रहा है।
अधीनस्थ जिम्मेदारअधिकारिओ ने उनके आदेशों केअनुपालन को अनसुनी कर रहे है अभी तक तालाबों में पानी नहीं भरवाया गया और तालाब सूखे पड़े हुए है जिसके जिसके चलते पशु पक्षी बूँद बूँद पानी पीने के लिए तड़प रहे है। हालांकि ग्रामीणों का मानना है की शासन की तरफ से तालाबों में पानी भरवाने के लिए पैसा आता है इसके बावजूद ग्राम प्रधान तालाबों में पानी नहीं भरवा रहे है। हम लोगो ने कई बार इसकी शिकायत ग्राम प्रधान से भी किया कि तालाबों में पानी भरवा दीजिए।
रिपोर्ट:- सरवरे आलम
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