नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक के सुनवाई जारी है। मंगलवार को सुनवाई के दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से वकील कपिल सिब्बल के बयान ने राजनीतिक जंग छेड़ दी है। सिब्बल ने कहा था कि राम का अयोध्या में जन्म होना, आस्था का विषय हो सकता है तो तीन तलाक का मुद्दा क्यों नहीं। अब बीजेपी नेता संबित पात्रा ने सिब्बल पर इस बात को लेकर पलटवार किया है।
संबित पात्रा ने कहा कि ‘तीन बार राम बोलो तो दुःख दूर होता है, तीन बार तलाक़ बोलो तो दुःख शुरू होता है। यही फ़र्क़ है राम और तलाक़ में’। संबित पात्रा ने बुधवार सुबह इस मुद्दे पर फेसबुक पोस्ट किया। और सिब्बल पर निशाना साधा।
कपिल सिब्बल और कांग्रेस पार्टी इस पहले भी राम के मुद्दे पर बयान देकर फंस चुके हैं। दरअसल, यूपीए 2 के दौरान रामसेतु के मुद्दे पर जब सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस सरकार ने बयान दिया था कि राम सेतु जैसी कोई चीज़ नहीं है, यह एक कोरी कल्पना है। उस समय भी सिब्ब्ल ही केंद्र सरकार की ओर से वकील थे।
क्या बोले सिब्बल?
कपिल सिब्बल ने कहा कि इस्लाम धर्म ने महिलाओं को काफी पहले ही अधिकार दिये हुए हैं। परिवार और पर्सनल लॉ संविधान के तहत हैं, यह व्यक्तिगत आस्था का विषय है। जस्टिस कुरियन जोसेफ ने जब कपिल सिब्बल से पूछा कि क्या कोई ई-तलाक जैसी भी चीज है।