गांधीनगर – एक सप्ताह से चल रहे आरक्षण आन्दोलन की मांग है “ सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गो में शामिल करके आरक्षण का लाभ दिए जाने की ” यही मांग के साथ आज पाटीदार समाज ने सोमवार को प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में मौन रैली निकाली .
सरदार पटेल सेवा दल के बैनर तले मौन रेली सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे गांधीनगर मे नीकली जिसका नेतृत्व कर रहे थे गौरव पटेल ,जिला व राज्य प्रशासन को रेली द्वारा ज्ञापन सौंपकर आरक्षण की मांग बुलंद की भारी पुलिस सुरक्षा बन्दोबस्त और करीब ढाई किलोमीटर का सफर कर रैली सत्याग्रह छावणी मैदान पहुची, जहां हजारों की संख्या में उमड़े आन्दोलनकारियों का सम्मेलन हुआ।
गुजरात राज्य में आबादी का बड़ा हिस्सा होने के बावजूद भी पाटीदार समाज को सरकारी भर्ती में मौजूदा आरक्षण प्रथा के चलते योग्य प्रतिनिधित्व नही मिलता। इससे इस समाज को भी शैक्षणिक व अन्य पिछड़े वर्गो की आरक्षण व्यवस्था में शामिल करके उचित न्याय दिया जाना चाहिए ,पाटीदार समाज अधिकांशत: गांवों में रहकर खेती पर आधारित है। सीमित आय के संसाधन एवं अनियमित मौसम के चलते इस किसान समुदाय की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। इसका अनुमान प्रदेश में किसानों की आत्महत्या से सम्बद्ध आकंड़ों से लगाया जा सकता है।
गुजरात भर मे चल रहे इस आंदोलन को अन्य समाज का धीरे धीरे साथ मीलता दीखाई दे रहा है हाल ही मे ब्राह्मण समाज ने भी छेड दीया है आरक्षण के लीये आंदोलन पाटीदार समाज द्वारा एक रेली हिम्मतनगर मे भी नीकाली गई थी रैली में उत्तर गुजरात स्थित साबरकांठा, मेहासाणा एवं अरावली जिले के पाटीदार समाज के महिला एवं युवकों ने बड़ी संख्या में शामील थे , आरक्षण की मांग से सम्बंद्धित नारे लगाते हुए निकले आन्दोलनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से लगभग एक किलोमीटर का पैदल सफर कर जिला कलक्टर कार्यालय को मांग ज्ञापन सौंपा।
आन्दोलन में कूदे ब्राह्मण, क्षत्रिय समाज भी
पाटीदार समाज के आरक्षण आन्दोलन में अब ब्राह्मण-क्षत्रिय समाज भी कूद गए हैं। इसमें सोमवार को उत्तर गुजरात में गांधीनगर एवं साबरकांठा के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र में अमरेली जिले के बगसरा, राजकोट जिले के उपलेटा, जामनगर जिले के जमजोधपुर में पाटीदार समाज ने रैली, सम्मेलन एवं ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम किए। वहीं राजकोट के उपलेटा शहर में ब्राह्मण एवं क्षत्रिय समाज ने भी आन्दोलन का बिगुल बजाकर रैली निकाली।
रिपोर्ट :- तुलसीभाई पटेल