भाजपा को तब झटका लगा जब सिरमौर से भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह के पिता और रीवा महाराज पुष्पराज सिंह 10 साल बाद फिर से कांग्रेस में लौट आए। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद उन्हें सदस्यता ग्रहण करवाया।
इस मौके पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। रीवा महाराज की कांग्रेस में वापसी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के प्रयास से हुई है।
पुष्पराज सिंह तीन बार रीवा विधानसभा का नेतृत्व कर चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की सरकार में वो शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। 2008 में कांग्रेस छोड़ने के बाद पुष्पराज सिंह ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर रीवा संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन जीत नहीं सके थे।
बता दें कि पुष्पराज सिंह के पिता स्वर्गीय मार्तण्ड सिंह भी कांग्रेस में थे। हालांकि, उनकी राजमाता स्वर्गीय प्रवीण कुमारी भाजपा से जुड़ी थीं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह भी पराजित हुई थीं।
फिलहाल पुष्पराज सिंह के बेटे दिव्यराज सिंह भाजपा से सिरमौर के विधायक हैं। राजपरिवार के दो अन्य सदस्यों पुष्पराज सिंह कि पत्नी रागिनी सिंह और बेटी मोहिनी सिंह को लेकर भी राजनीतिक अटकलें जोरों पर हैं। वे लोग किस पार्टी में शामिल होंगे, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो सका है। भाजपा पुष्पराज सिंह को चुरहट से अजय सिंह के खिलाफ उतारने की कोशिश में थी।
रीवा में ही भाजपा को एक और झटका तब लगा जब महिला मोर्चा की महामंत्री प्रियंका तिवारी ने भाजपा नेताओं पर शोषण का आरोप लगाते हुए कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
प्रियंका तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा में महिलाओं का सम्मान नहीं है। वहां नेत्रियों के साथ अभद्रता की जाती है। रीवा में राहुल गांधी के रोड शो में प्रियंका तिवारी अपने साथियों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गईं।
उधर, भाजपा सांसद आलोक संजर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नेता प्रलोभन देकर लोगों को पार्टी ज्वाइन करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो राहुल गांधी आज मध्य प्रदेश के मंदिरों में तन रहे हैं वो अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी को भुला चुके हैं।
संजर ने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद वो मध्य प्रदेश को भी भुला देंगे। बता दें कि संकल्प यात्रा के दूसरे चरण में राहुल गांधी विंध्य क्षेत्र पर फोकस कर रहे हैं। इस इलाके में सात जिलों के तहत कुल 30 विधान सभा सीटें आती हैं।