नई दिल्ली – कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार पर 36 हजार करोड़ रुपये के चावल घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अजय माकन ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि रमन सिंह की पत्नी और साली को भी पीडीएस सिस्टम के तहत गलत तरीके से लाभ पहुंचाया गया।
कांग्रेस ने आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी गिरीश शर्मा की डायरी से मिली जानकारी का हवाला देते हुए बीजेपी सरकार पर यह आरोप लगाया है। हालांकि, इस डायरी के अलावा भी कुछ दस्तावेजों के आधार पर वित्तीय अनियमितताओं की जांच चल रही है।
माकन ने डायरी पेश करते हुए आरोप लगाया कि 16-16 करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन दिल्ली, नागपुर और लखनऊ में भी किया गया। माकन ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच हो। ऐंटी करप्शन ब्रांच के हेड ने माना है कि उनकी अपनी सीमाएं हैं और वह इस जांच को आगे नहीं ले जा सकते।’
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि ऐंटी करप्शन ब्रांच को मिली डायरियों से खुलासा हुआ है कि इस घोटाले में सीएम रमन सिंह और उनकी पत्नी को इससे सीधा फायदा पहुंचा। माकन ने कहा कि जो लोग इस मामले में आरोपी हैं, उन्हें गवाह बना दिया गया है और चालान में किसी का नाम नहीं है।
अजय माकन ने कहा, ‘बड़ी बात यह है कि अगर सीएम की पत्नी और साली का नाम डायरी में है, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई है।’ उन्होंने बताया कि डायरी से सिर्फ सीएम रमन सिंह को ही फायदा नहीं पहुंचा है, उनकी पत्नी, साली और कुक के नाम पर भी पैसे का लेनदेन हुआ है। माकन ने कहा, ‘हमें इस नागरिक आपूर्ति घोटाले में चार लोगों की डायरी, पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज जैसे ठोस सबूत हैं।’
गौरतलब है कि रमन सिंह सरकार ने साल 2007 में एक रुपये प्रति किलो के हिसाब से सूबे के 42 लाख परिवारों को 35 किलो चावल देने की योजना शुरू की थी। इस योजना से सरकारी खजाने पर भारी भोज पड़ा है। समय-समय पर इसमें घोटाले की बात भी सामने आई है।