सहारनपुर में शब्बीरपुर बवाल के बाद मंगलवार को बिना अनुमति गांधी पार्क में महापंचायत करने पहुंचे भीम आर्मी के लोगों को पुलिस ने बलपूर्वक रोका तो दलित समाज के लोगों ने जिले भर में कई जगहों पर सड़कों पर उतरकर उपद्रव किया।
गांधी पार्क में एकत्र हुए लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां फटकारी तो वहां जमकर पथराव हुआ। इसके बाद मल्हीपुर रोड पर रामनगर, चिलकाना रोड पर हलालपुर, बेहट रोड पर नाजिरपुर, मानकमऊ, रामपुर मनिहारान, हसनपुर चुंगी, सरसावा और अंबेहटा चांद में उपद्रवियों ने जमकर बवाल किया।
पुलिस पर पथराव और फायरिंग के बाद रामनगर पुलिस चौकी, यात्रियों को खाली कराकर बस सहित दो दर्जन से ज्यादा वाहन और मल्हीपुर रोड स्थित निर्माणाधीन महाराणा प्रताप भवन में आग लगा दी। रामनगर में मौजूद एडीएम ई और एसपी सिटी भी मौके से जान बचाकर भाग खड़े हुए। इस पूरे वबाल में अधिकारियों सहित कई लोग घायल हुए।
करीब चार घंटे तक जगह-जगह बवालिए मनमानी करते रहे और पुलिस बेबस बनी रही। हालांकि डीएम और एसएसपी ने बवाल वाली जगहों पर पहुंच कर बवाल को शांत कराया। देर शाम तक स्थिति नियंत्रण में आ गई थी।
सहारनपुर में शब्बीरपुर कांड चिंगारी को गांधी पार्क में मंगलवार को हुई सभा ने हवा दे दी। दलित उग्र हो उठे और पूरे सहारनपुर में आग लगा दी। एक दो नहीं आठ जगह पर आगजनी, पथराव, तोड़फोड़, मारपीट की गई। जिसे संभालना पुलिस और प्रशासन के लिए भारी पड़ गया। सहारनपुर में बवाल की शुरुआत गांधी पार्क से हुई।
शब्बीरपुर की घटना को लेकर भीम आर्मी के नेतृत्व में दलितों ने गांधी पार्क में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया, लेकिन जब नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ मच गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और काफी दूर तक दौड़ा लिया।
सूचना मिलते ही अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आधा दर्जन लोगों को पकड़ लिया। जिसमें चंद्रशेखर और कमल भी शामिल थे। पुलिस ने उनकी बाइकें भी जब्त कर लीं। इसके बाद लोग इकट्ठा होकर कोर्ट रोड के पुल पर पहुंचे और वहां भी जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने वहां से भी दौड़ा लिया।
दलितों पर पुलिस कार्रवाई की सूचना कुछ ही देर में पूरे जिले में फैल गई और दलित समाज के लोग सड़कों पर उतरते चले गए। सबसे पहले मल्हीपुर रोड पर बवाल किया। फिर हलालपुर, नाजिमपुरा, मानकमऊ, हसनपुर, अंबेहटा चांद, रामपुर मनिहारन, सरसावा में दलित समाज के लोगों ने आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, सड़क जाम कर दिया।
वहीं बडगांव में दलित संगठनों के कार्यक्रम से कथित तौर पर शामिल होकर लौट रहे ट्रैक्टर सवार लोगों पर बडगांव थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा चांद में कुछ युवाओं ने हमला किया और ट्रैक्टर को फूंक दिया। ट्रैक्टर सवार मौके से भागने में सफल रहे जबकि एक को पुलिस ने पकड़ लिया। आरोप है कि ट्रैक्टर सवार लोग नारेबाजी कर रहे थे।
मंगलवार को सहारनपुर के गांधी पार्क में दलित संगठनों के कार्यक्रम से लौट रहे ट्रैक्टर सवार लोग पानी पीने के लिए अंबेहटा चांद गांव में रुके तो स्थानीय युवाओं से उनकी कहासुनी हो गई। आरोप है कि ट्रैक्टर सवार लोग नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। इस पर आक्रोशित हुए युवाओं ने करीब तीन बजे ट्रैक्टर में आग लगा दी। ट्रैक्टर सवार कई लोग भागने में सफल रहे।
पुलिस ने एक युवक को मौके से पकड़ लिया है। जिसे चरथावल का बताया जा रहा है। थानाध्यक्ष मुनेन्द्रपाल सिंह ने बताया कि पकड़ा गया युवक अपना नाम नहीं बता रहा है। अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है। उधर, जिले में कई स्थानों पर आज हुए बवाल को लेकर एक बार फिर से क्षेत्र के राजपूत और दलित बहुल गांवों में तनाव व्याप्त हो गया है।
@एजेंसी